डॉ. के आने से पहले | Dr. Ke Aane Se Pahle
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
5 MB
कुल पष्ठ :
140
श्रेणी :
यदि इस पुस्तक की जानकारी में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से सम्बंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उसे यहाँ दर्ज कर सकते हैं
लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
No Information available about डॉ. लक्ष्मीनारायण शर्मा - Dr. Lakshminarayan Sharma
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)चित्र ४
पुरा दवाव पड़ने से पूरी टांग में किसी भी स्थान का खुन वन्द किया
जा सकता है ।
एक और सावधघानी--जब किसी व्यक्ति को गहरी चोट पहुंचती
है तो उसे एक श्राघात या सदमा पहुंचता है । ऐसी हालत में खून
बन्द करने के प्रयत्न के साथ ही साथ हमें -इस सदमे की श्रोर भी ध्यान
देना चाहिए । हालांकि इस सदमे का झसर ज़्यादातर मन पर ही होता है
लेकिन शरीर पर भी इसका भा री प्रभाव पड़ता है । अतः रोगी को फोरन
पानी, दूध या चाय पिला देनी चाहिए । इससे रोगी फोरन ही एक
ताऊगी श्ौर ताकत का श्रनुभव करता है और शरीर पर से सदमे का
असर हट जाता है। अधिक खुन निकलने की दशा में यूं भी तरल
पेय, पानी, दूध, फलों का रस इत्यादि खुब पिलाना . चाहिए ताकि
शरीर से निकलनेवाले तरल की पूति होती रहे 1
जहां रक्तस्ौव च्यादा हो र्हा दहो वहां उपर्युक्त उपायो का
श्रवलम्बन करने के साथ ही फौरन यातो डाक्टर को वुलाना चाहिए,
श्रथवा रोगी को श्रस्पताल भेजने का इंतजाम करना चाहिए 1
शरीर के भीतरी शंगों से रक्तस्राव
जिस तरह कोई भी आकस्मिक घटना होने पर शरीर के किसी
१६
User Reviews
No Reviews | Add Yours...