हिन्दी काव्य - शास्त्र का विकासात्मक अध्ययन | Hindi Kavya - Shastra Vikasatmak Adhyayan

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Hindi Kavya - Shastra Vikasatmak Adhyayan by शान्तिगोपाल पुरोहित - Shantigopal Purohit

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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( ९ ) अ ग्रेजी परिपाश्वे-मौलिकता का आग्रह, नदीनता की आकांक्षा अन्य भाषा सम्पकं; आलोचना प्रन्थ-प्रभाव सस्कृतश्रथोका उद्धार, दाब्दावली-भेद, भुमिकाये-अग्रेजी में । नवीन आलोचना शैलिया, सामुहिक,, भाव भर साधारणी- करण, मनोबैज्ञानिकता, पाठालोचन, अंग्रेजी के उद्घरण, शली तत्व । तुलनात्मक आलोचना, देश काल सापेक्ष आलोचना, विषय विस्तार । नियमोलघन की प्रवृत्ति -- विवेचन । अश्रजोकीप्ररणा दुिकोण ओर भावना--प्रभाव। अग्रजी कौ परि- भाषाएँ । साहित्यिक विधाये । प्रेरक दाक्तियाँ । काव्य-भेद, विषय, नाम । कला पक्ष और भाव पक्ष -त्रिवेचन, निष्कर्ष । सौष्टववादी आलोचना निगमात्मक शैली, नन्द दुलारे बाज्पेयी गगा प्रसाद पाडेय, भूमिक्राए । प्रसादजो, पन्तजी, निरालाजी एव सुश्री महादेवी वर्मा--अन्य आलोचक-समथक । अन्त, प्रवृत्तिया--छान-बीन, खोज साहित्य, पाश्चात्य आलोचक-भारतीय-सा० वणन । इतिहास प्रथ । अन्य लिया, चरित मूलक, एेतिहासिक पद्ति--निष्कषं । मनोविरलेपणवादी, मनोवैज्ञा- निके व्याख्याए- सरस साहित्य । खोज साहित्य--विभिन्न सम्प्रदाय--निष्कर्ष । साहित्यिक विधाए-अश्रजी प्रभाव, निष्कषं 1 आलोचना, गद्य गेत, गीति काव्य, कविता भौर छंद, प्रयोगवादी कविता । दासख्त्रीय तत्व--नूतन व्याख्याएं--भाव- विभाव आदि विवेचन -रस--करुण रस सुख कंसे ? साधारणीकरण-कंथासिस, व्यवितगत कटु प्रहार-अर्वंचनीय, लोक नाटको का उदाहरण । भक्ति रस--अग्रेजी परिपाश्वं मे । अलक्ार, रीति ओर गृण--अ प्रजी परिपादवं मे । मावसंवादी आलो- चना हिन्दी के आलोचक, भूमिकाए-प्रयोगवाद, प्रयोगवादी आलोचक । अंग्रेजी परिभाषाए-शब्दावली । अनुवाद, भाषा वैज्ञानिक अध्ययन | आकाशवाणी, समाज शास्त्रीय भालोचना-निष्कर्ष । (ख) भाग-आलोचक कृतियां -- आचायें रामचन्द्र शुक्ल, सस्कृत परिपाइवं मे-रहस्यवाद, महाकाव्य गौर छुछ्कषक, रस और चमत्कार, काव्य, अलकार, शास्त्रीय तत्व--निष्कर्ष । झँग्र जी परिपादइवं--स्राहित्य, कला, अभिव्यजना वाद, मनोवैज्ञानिक विश्लेषण-अन्य तत्व । निष्कर्ष । इतिहास लेखन प्रिअसन--प्रभाव और मौलिकता, निष्कर्ष । बाबू युलाब- राय, डा० राम शकरजी दुक्न 'रसाल' , डा० लक्ष्मीनारायण सुधा, पण्डित विङव- नाथ मिश्र, पण्डित रामकृष्ण झुवन, डा० सरनामसिहजी दार्मा “अरुण, डा० नगेन्द्र, अआचायं नन्द दुलारे वाजपेयी, डा० रासकुमार वर्मा, डा० एस० पी० खत्री, डा०




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