प्रकाश चिकित्सा | Prakash Chikitsa
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
5 MB
कुल पष्ठ :
85
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)(८. )
क्रकशेङ और वाट यह बताते हैं कि -प्रकाशसे कुटेनस
तन्तु बद् जाते हैँ ओर पसीने वाली गिल्टियाँ शक्तिमान हो
जाती हैं ।
छोटी किरणों को शरीर के पतले चमड़े, जो एपीडरमिस
कहाते हैं, सोख लेते हैं। परन्तु लम्बी
शरीरचमकी भेदकता किरणं शरीरके भीतर गहराई तक जाती
हेः । नीचेकी तालिकासे इसका पता ठीक
ठीक चलता है कि कौन सी किरणें चममें कितनी अन्द्र चली
जाती हैं ।
किरण की लम्बाई ` प्रतिशत भेदकता
(आंग्सटूम इकादमे) ०.१ मि०मी०मोटा चमे, १ मि० मी० मोटा चमे
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