नीरजा | Niraja

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Book Image : नीरजा  - Niraja

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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ट । तुद बाँध पाती सपने में ! तो चिरजीवन-प्यास बुझा लेती उस छोटे क्षण अपने में ! पावस-घन सी उमड़ विखरती; शरद्‌ निशा सी नीरघ घिरती; धो लेती जग का विषाद्‌ ৬৬ ৬ সি इलते लघु आँसू-कण अपने में ! तुम्हें बाँध पाती सपने में ! सात




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