शुध्दशब्दोंच्चारण | Shudh Sabdocharan

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Shudh Sabdocharan by विश्वनाथ सिंह - Vishwanath Singh

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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शुद्धशब्तोच्चा रण ६. सरल = स॒“रन तरल = तरलं ङिन्तु सरला = सरला तरला = লহ লা क्यो 2 ७. उच्चारण-समस्यायें, उच्चारण-खण्डों के, পহিনবন্হীল होने से भी। ८, सराम्माधार ७ হালা মাহ चराचर = चराः चर्‌ ~+ म दो, किन्तु उतने ही अक्षर वाले, सफलता = स' फल' ता कोमलता = को मल ता भ तीन उच्चारण-खण्ड क्यो? ¶ ॐ सफलता स“ फलता कोमलता को' समलता तीसरे को तुलना में प्रथम दो खण्डों की समीपता क्यो? | १. एक से अधिक उच्चारण-खड वाले शब्दों में, अन्तिम उच्चारण-खंड के पदचाठ तिरछी रेखा का चिह्न लगाना आवश्यक नहीं । > ॥ ডি |




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