संक्षिप्त जैन इतिहास भाग - 3 | Sanschipt Jain Etihas Bhag - 3

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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१७. १८. १९. २०, २१. २२. २३. २४. २५. २६. २७. २८. (११ | प्रमेप्रा जेस्मा०-मद्राप-मेसर प्राचीन जेन स्मारक (ब्र० शीतल- प्रसाद, खुरत ). मोहन०-डढा० मारशछ कृत 'मोइनजोदरो! (लंदन ) 117)0:--18181)07) [10019 ॥ ०. #111९९४ (€ पपाद, ( 10140. ) भाष्राश०-भाग्तके प्राचीन राजवंश, श्री विश्वश्वर्नाथ रे उकृत, बम्बदद | माराप्रास्मा०-मष्यप्रान्न और राजस्थानके प्राचीन जैनस्मारक ब्र७० शीतलप्रसादन्नी कृत, (सुरत'. मेज ०-मेडियेत्रिल जनोउम, श्री भास्कर आनन्द सालेतोरन, बम्ब । मेंआरि०-आवर्यालॉजिकेल सर्वे रिपोट ऑफ मेक्षर (बंगलौर ) मेकु०-मेसर एण्ड कुग फ्राम इस्क्रिपशस्त, श्रो लुई राईसकृत। विहृ०5विजयनमर साम्र ज्यका इतिहास ( श्री व सुदेव उपाध्याय नई दिल्ली, १९४५ ). ব্রত ০505 ग [ष्ला]08...... 50प0 1798 4১101), 90595 01 8. 11001% ( 1884.) संजइ०-संक्षित जन इतिहास सुरत-२८, भ्रवणवेलाोढ, ग इडनुक मभसूर | हिन्दु०-माननीय মী जवाहरलाल नेहरूकृत ''हिन्दुस्त नक्की कहानी” नद दिष्टी, १९४७.




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