सदिश विश्लेषण | Sadish Vishleshan
श्रेणी : गणित / Maths, संदर्भ पुस्तक / Reference book
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
2 MB
कुल पष्ठ :
216
श्रेणी :
यदि इस पुस्तक की जानकारी में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से सम्बंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उसे यहाँ दर्ज कर सकते हैं
लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)सदिशों का निरूपणा और विधटन 11
¶ 1
तव ৪ न्मे
यह रुपप्ट है कि इकाई सदिश का व्यूत्कम-सदिश स्वेय इकाई सदिश
ही है । इसलिये इकाई-सदिश स्वत -व्युत्कम ($९॥ 1८०70८४) सदि है ।
1.12 स्थिति-सदिश (00১0516007 ৮6০6019)
यदि ० एक नियत मूल-विन्दु है तो किसी बिन्दु ही स्थिति श्रद्वितीय
रूप से सदिश 00 द्वाया श्रभिव्यक्त की जा सकती है । 07, ? चिन्दु का0के
सापेक्ष स्थिति-सदिण कहलाता है । श्रत. ? का 0 के सापेक्ष स्थिति-सदिश एक
ইমা বি टै जिसका प्रारम्भिके विन्दु तो0 है धरोर श्रन्तिमि बिन्दु
(वपाय) एण) ? है । जिन सदिशों का एक ही प्रारम्भिक बिन्दु होता
है वह सह-प्रारम्मिक-सदिश (0०-10) कहलाते है । यदि हमें पुलन-बिन्दु 0
दिया हुग्ना हो, तो भ्रवकाश में किसी भी बिन्दु ? के साथ हम सदिश 09
(5८7) का सम्बन्ध जोड़ सकते हैं । विलोमतः हमे यदि कोई सदिश दिया हुआ
है तो मूल-विन्दु 0 के सापेक्ष हम एक बिन्दु ? ऐसा अ्रवकाश मे ज्ञात कर
सकते है कि 02 दिये हुए सदिश को भ्रभिव्यक्त करता है । इस प्रकार
गुली डीयन (८०९।८य) भ्रवकाण मे प्रत्येक बिन्दु के साथ एक सदिश का
सम्बन्ध जोड़ने से उपलब्ध सदिशों की पद्धति को सदिश-दक्षेत्र (४००७०:
1011) कहते हैं ।
सुविधा के लिये बिन्दुओं 8,8,0 ... के स्थिति-सदिशों को मोटे टाइप
के चिह्नों कलेरेन्डन (2201007) लिपि के वर्णों ॥,0,९ .,.द्वारा निर्दिष्ट
किया जाता है। श्रतः सदिशं
ऋण!
48 ==9- 3
वयोकि-
৬ > জলা
48৯/০+০৪৯-৪4৮-৯- ৪
(नीवै श्रनुच्छेद 1:13 के चित्र मे देखें)
1.13 दो विन्दुओं को मिलाने वाली रेखा को #: # के अनुपात में
विभाजित करने वाले बिन्दु को ज्ञात करना (7०170 ९
एप क्रकल क्व पष्ट [भेव 01110 00106510200)
1869 2122)
User Reviews
No Reviews | Add Yours...