खनिज जगत | Khanij Jagat
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
14 MB
कुल पष्ठ :
420
श्रेणी :
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लेखकों के बारे में अधिक जानकारी :
धर्मेन्द्र कुमार - Dharmendra Kumar
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श्रीलाल सोलंकी - Srilal Solanki
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)चित्र-7:31,
चिन्न-7:32,
चित्र-7:33,
किच्र-7*34,
चित्र-735,
चित्र-7-36,
चित्र-7*31,
चित्र-7 38,
चित्र-7'39,
चिन्र-7*40,
चित्र-7*41,
चित्र-7*42,
श्रष्टफलक से चतुष्फलक का विकास ।
घनात्मक तथा ऋणात्मक चतुप्फलक ।
त्रिकोणक द्वादशफलक (221)
त्रियचतुप्फलक (211)
4&-पघट्चतुष्फलक |
ए-वोरेसाइट
सयोजन : ঘন ४ (100)
दादशफलक ५ (110)
अष्टफलक ० (111)
समलंवाक्ष आ्राकृतिये एवं सयोजन
घन 8 (100),
हादशफलक 6 (110),
ग्रप्टफलक्त ० (111)
समलंवाक्ष आकृतिये एव सयोजन
ल्यूसाइट की सरल झाकृति (211)
ऐनेल्साइट-सयोजन : घन ৪ (109)
समलंबवफलक 7 (211)
श्रष्टफलक ० (111)
समलवाक्ष आकृतिये एवं संयोजन
गार्चेट-सयोजन : समलवफलक ॥ (211)
हादशफलक ५ (110)
पडप्टक फलक 5 (221)
समलवाक्ष आकृतिये एव सयोजन
घन 8 (100)
अष्टफलक ० (111)
हिद्वादशफलक $ (321)
पाइराइट फलक € (210)
दिसमलंवाक्ष श्रक्षे, जरकान की एकक आकृति हारा काटी गई
लवादइये, (== 09054
जरकॉन टाइप की सममिति |
&-द्वितीय क्रम का चतुष्कोणीय प्रिज्म (100)
और आधार पिनेकॉइड (001)
[যদ]
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