शपथ | Shapath
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
3 MB
कुल पष्ठ :
150
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
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१५
द्य ] प्रथम अंक
तीसरा दृश्य
[ स्थवान--वन-पथ | समए--मण्यान्हू 1 जयदेव श्लौर उसकी
पत्नी उम्रा पथ पर चले ज्ञा रहे हैँ। जयदेव हाथ में नगी
तलवार लिये हुए है । दोनो के वस्त्र प्रौर घरोर पूठ-पूम्तर्ति
हो रहे है । जान पडता हूँ, बडी दूर से प्रधिरत मार्ग घनते
গা হট है ॥ उमा प्रत्यन्त ান্ন-লালল है । उसदे कहि-
प्रदेश में भी एफ फटार वेधी हूर है। प्रयत्न प रने पर শী ওলা
से মামী चला नहों जाता घोर यह दीएँ निश्वान ऐ ोटयार
एव वृक्ष पी छाया में बैठ जाती हैं। जयदेव को भी रकना
पउता हैं। ]
जयदेय--पहुत घक गई २
उमा>-तों वया भेरे पाँप নন্দ ট জী লিলান লন লী शाएँ, घौर फिर
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