उदररोगांक | Udarrogank
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
13 MB
कुल पष्ठ :
464
श्रेणी :
हमें इस पुस्तक की श्रेणी ज्ञात नहीं है |आप कमेन्ट में श्रेणी सुझा सकते हैं |
यदि इस पुस्तक की जानकारी में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से सम्बंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उसे यहाँ दर्ज कर सकते हैं
लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)| उदर
ध्वस्य्य॒ वष्ट जव रहै,
दद का पोप होता ।
द्व वधर्न षल्तवानू,
समी रुज-गण फो खोद्ा ||
घ्. पीदित थट्ट होय,
छमी है पप कराता |
वप्त हए, सक्र कार्य,
ज्ञान विज्ञान सुराता ||
घन रोगों की खानि हो;
जोन उदर शुद्धी আঅই।
अद्य।ननन््दः नित राखिये,
ठदर शुद भ्रानंद হাই |
न्य न तवणा सतलन या स ७
नि ह ण रत दण्द तद~
लेलवः
कविराज वल्मानन्द जी चन्द्रव॑शी बरोदा
ल धस
खक ज ` सान ` क ण्ण नप + णण आनको ५ क वनु वदान) कणिक > |
मकान জারি হান পিতার ক ৩: याक এ মাগেগেজ শোতে ইজারা ततो
৮ ০২০০ नी রাগের হর त
০০৩ पिन स पना एतन् लवन 4 द হই সু मि
पप व अति वमतो क कतनत क्न ০০
ইতর ১ চরের জকি, তাপে ততবার যাও লক त
User Reviews
No Reviews | Add Yours...