गृह - नक्षत्र | Grih Nakshatra
श्रेणी : ज्योतिष / Astrology
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
9.08 MB
कुल पष्ठ :
133
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)द प्रह-नछत्र
कोई ग्रह अथवा नक्तत्र श्राता था, तब उसका लैकोदय समभका जाता था । किसी ग्रह श्रथवा
गचित्र
नच्तत्र के इस वृत्त पर श्राने का समय उस ग्रह झ्रथवा का लंकोदय काल कहां जाता था ।
चित्र-संख्या ३ में दर्शक प्रथ्वी के २५” दक्षिण श्रक्षांश के स्थान पर खड़ा है । |
/ नर हक
वि
|
का.
खगोल का विषुव-वलय, शिरोविन्दु के उत्तर से जाता है । चित्र-संख्या १ में “क' तथा
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rakesh jain
at 2020-12-09 10:39:02