अर्थ प्रकाशिका | Arth Prakasika
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
17 MB
कुल पष्ठ :
388
श्रेणी :
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No Information available about पं सदासुखदास विरचित - Pt Sadasukhdas Vichrit
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
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सुत्रव॒त्ति बतिक महा, भाष्य ग्रथ करतार ।
ध्याऊ श्रोगुरुके बचचन, करहु सु मम उपकार 11
चौंपाई- जयति सुगुरु शिवमम विस्तार । कर्म कठिन नय विविध विदारे
दिख्वतत्त्वके जान्न हारे, वदो तिस गुण होहु हमारे 11211
मोक्षशासत्र गभोर अपारा, ताको लहि फलितार्थ उदारा ।
अति सक्षेप रूप गहि नीका, अर्थप्रकाश लिखू घु टीका 11৩11
অবয়া নউলা- पशम अवस्थ'में भविजन ने तत्त्दारणके हैँ रुचिवान् ।
तिनके सुगम मागं मिलनेको हो हं मथेपकाश महान् ।
निं सुराह उच्छ ह् बढ तञ पटं वृहत् उव.ख्याहितठन
दर्शनज्ञान करें निज निर्मल धरे चरन पादे शिवथान 0৭)
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