रुसी लोक - कथाएँ | Rusi Lok Kathayen
श्रेणी : कहानियाँ / Stories, साहित्य / Literature
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
9.22 MB
कुल पष्ठ :
385
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)दही . उसमें. डाल कर गूंध-गूंथ कर बना गोल-गोल गुलगुला घी में सेक-भून कर खस्ता और भुरभुरा। ठंडा करने के लिए खिड़की में धरा गया में नहीं हूं वेवकूफ़ वहां से में लुढ़क चला। बावा को नहीं मिला दादी .को नहीं मिला . ...न मिला खरगोश को भेड़िये को -न...मिला . कै रीछ को भी. न. मिला । डी _ श्री सुनो वीः लोमड़ी दी तुम को भी नहीं मिला और लोमडी बोली वाह कितना सुन्दर गीत वाह मुन्दर थते हं। पर बया करूं मुझे ठीक तरह सुनाई नहीं देना । य शरह क सना नाक पर चढ़ जाओ प्यारे सुनना सर जग हर दे दी हद शायद में पु मै पाऊं 1
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gangas088
at 2019-08-07 11:38:37