1707 से 1761 ई॰ के मध्य मुगलों के अधीन पूर्वी उत्तर प्रदेश का क्षेत्र | 1707 Se 1761 Esvi Ke Madhya Mugalo Ke Adhin Purvi Uttar Pradesh Ka Kshetr
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
33 MB
कुल पष्ठ :
382
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
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सर्कार नास्ति;
शिशोः पमा पो) सिः स= कक = वःप = पा = ০৯৮৯ জগ পল
आधुनिक यामे वाराण्पी के नाम सये प्रसिद्र यह
| 23
नार साधारणतया लोगो की भाषा में बनारस कहा जाता था।
यह बहुत बडा नगर था जी वरुणा और अस्सी सामक नदियों के मध्य
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स्स्थ्ति था । प्राचीन काल में यह काशी के नाम से भी विख्यात
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था । वर्णन के अनुसार यह कार धतुषाकारव्सा हञजा था और
गगा न्दी प्रत्यवा की भाति बहती थी । प्राचीन काल में बनारस में'
হক নন্দিত धा लिसकी परिक्रमा लोग काबा की भाँति करते थे और
मूसनमानोः कौ हन कौ यात्रा के समान ही यहा आकर हिन्दू सम्प्रदाय
23. मोरलैड-, पृ० - 208
24५० आइने अकबरी, छण्ड-3 , पृ -15।
वही 55435538
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