आर्यभटट विज्ञान पत्रिका | Aaryabhatata Vigyan Patrika
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
6 MB
कुल पष्ठ :
163
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान,
खखनऊ
नवीन अनुसंधानों के परिप्रेक्ष्य में
राष्ट्रीय. वनस्पति अनुसघान स्थान
( नेशनल बोटेनिकल रिसर्च इल्स्टीटूयूट )लखनऊ
मे श्रपने देश की प्रमुख राष्ट्रीय समस्याप्रों के
सन्दर्भ मे, अ्रनेक महत्त्वपूर्ण अनुसंधान एव
विकास-कार्यक्रम अपने हाथ में लिये है, जिनके
अन्तगंत खेती से भिन्न, गैर परम्परावादी और
कम उपयोग किये जाने वाले पौधों से सम्बन्धित
नई वनस्पति-कच्ची सामग्री के विभिन्न स्रोतों का
उपयोग करने हेतु यहाँ भ्रनुसंधान किये जा रहे है
जो इस प्रकार हैं-पौधो की खोज, उनका प्रवेश,
उन्हे नई जलवायु के अभ्यस्त बनाना, सरक्षण,
प्रवर्धन ( प्रोपेगेशन ), आनुवंशिक ( जेनेटिक )
उन्नति और सुरक्षा एवं कृषि-वनस्पति विज्ञान
विषयक अध्ययन । उस उद्देश्य से मूलभूत और
व्यावह्नरिक वनस्पति विज्ञान के अनुसंधान हेतु
यहा विशेषज्ञाएं उपलब्ध है । पिछले वर्षों मे,
इस संस्थान ने योजनावद्ध रूप से यहां के
उद्यान को विकसित किया है जिसमें वृक्षोद्यान,
राष्ट्रीय वनस्पति ध्रनसंघात लखनऊ 7
--अजीत कुमार ओवसस्तव,
राभकिक्नोर टष्डन
गुलाब बाडी, फ्न॑ हाउस, संरक्षणशाला ( कजर-
बेटरी ), कैबटर हाऊस, ताड गृह (पाम हाउस)
और अंगूर वाटिका शामिल हैं। इसके अतिरिक्त,
यहाँ सजावटी पौधों की विभिन्न किस्मों का
संग्रह उपलब्ध है, जिनमे २६०० से ग्रधिक वगंक
( टेक्सॉन ) शामिल है। इस सस्थान ने देझ्ष-
भर मे व्यापक रूप से वनस्पतियों की छानबीन
करके एक समृद्ध वनस्पति सग्रहालय ( हबें-
रियम } की स्थापना की है। यहाँ एक लाख से
अधिक पौधों के नमूने सग्रहित हैं जिनकी उचित
रूप से पहचान करने के साथ-साथ उनका वर्गी-
करणा भी किया गया है। श्रनुसंघान ধা मे
वैज्ञानिकों की सहायता के लिये यहाँ एक विशाल
एवं समृद्ध पुस्तकालय है जिसमे देश-विदेश के
५१८ ग्रथ और रिप्रिन्ट्स उपलब्ध है। इस
संस्थान के अन्तर्गत ८४ हेक्टेयर के क्षेत्र में फेला
हुआ लखनऊ से लगभग १३ कि.मी की दूरी
पर बंधरा मे एक क्षेत्र अनुसंधान केन्द्र स्थित है,
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