संस्कृत व्याकरण हिंदी में भाग -1 | A Manual Of Sanskrit Grammar In Hindi Part-i
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
3.35 MB
कुल पष्ठ :
174
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)द्प सस्कृत-व्याकरणस्1 द्विर्ताय+
तम्, पतरुढकुर-, राजण्टौकसे, स्मरन्लुचाच, भावंदछागः,
मीमां सते, आलिट्टाते, उत्थितः, चामौदारय्यम्, पांगेव, दिग्ध-
सती, भवद्धुक्तम_, चूहदथ , अब्जम् , अवाड्सुख, तन्नीरम् ,
नरो5यम् , अतोतोमासः, नरइव, क एपः, श्रोरसी, उुर्नातिः,
वामोंदस्तः,हतायज़ा«, पातरव, नीरोगः; सदेवः, भा जनमेजय,
पपपावति, चवूत्सच*, महाद्याय-, मतैक्यम्, मर्द, नीलो-
त्पलमु , सद्यम्वु, पिनिच्छा, दायनसमु , विनायकः, गयोर,
थियायुत्सक-, कबी[प्ता, अमू अचचो ।
(२) नील लिखें। से सन्धि कस :--
चेद:न-अघोत-+मया, महान +लाम-, मुनीन+न्नायस्व,
चिन्तयन्+पव, द्िपन+धुत्कारम् , भ्रम +अजुमन्यस्व, गम +
तब्यम्ू , पु नथ-, विदनदसे, मवत्ू +मतसु, ताराः+उदिताः,
भवतः+अयम्ु, पितम्+आगम्यताम्ु, दम्सुम्कराजते, गो +
इयस , मर्गम्ु +चलाति, मन न+रज्ञवसु , भो +उमापति, अपू+
वास , महत्+घनम् ; तरु+छाया, शुरुमू+नर्माति, नि +रस ;
ककुभू +दस्ता, थिकुनलोमिनम्, चदत् न ललारम्ु, घावन+
दाद , याद+ना,.. साधू+-आगते।, रवो+अस्तमु+इते, परि-
घाद्+राज़ते, बिदन्+शोभसे, अजु+अय , भी +उक ; दाशा+
अड्डू , पथ +असो, पप +वदति, कुत +आयत , द्विपत्+
शिवन-उच्छछत्,. के +चित्ू +यजमान ;. करपन-अन्तेपु+
आप, यदि+अस्ति+अन, रत्ने +मदा+जद +तुतुघु +नदेवा +
नचन-अधपि+अखुरा , नि +चित+अथंत्+विर्सन्ति ॥
(४) नौंचि लिखने पद को झुद्ध करो -
मूछेणा, छन्दांपि, देवाणु , रसण, हर्येती, राम अन्नबीत्,
मद्दाझन्घ , पपोनूप , सोजगाद, 'घाबितो छाग , पुने 57५,
नरेच, भूपबचाच, नपासन,, रमापु, चतुखुं, डर्णय ॥
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