मानवार्य्यभाष्य | Manavaryyabhashya

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Manavaryyabhashya by आर्य्यमुनिजी - Aaryyamuniji

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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मानवाय्यभाष्य का विषयसू वा ॥ পাতি, 092 प्रथमाध्याय विषय `` 7... - ४.४ ~ - मनुजी से ऋंषियों का धर्मोविषयर्क प्रश्न - ««« मनुजी का ऋषियों को धर्मोपदेश करते हुए प्रथम खछृष्टि उत्ति का निरूपण ^ परमात्मा का जगद्‌ को उत्पन्न करना... ..«« -/नारायण” ब्द का निक््चन ^ ` हमा? पष्य का वाच्याय ~ ` न ভিক্রগহীহ की उखत्ति का कथन ` `, ~ সন্তান ই सवं भूतो की उत्पत्ति का बर्ण .... , प्रकृति से विंकारी कार्य्य की ' उत्पत्ति के - प्रकार्‌-का चमन. হি 2০ तेपा के मरति वदमान का कयन, `. गिरि, ससुद्रादिको की उत्ति का वणन: „~ चाये वर्णो की उत्पत्ति का वेणेन्‌ ` ` ~ २ - पृष्ठ; पक्षी तथा वनरपत्यादिकों की उर्त्पात्ति व, = =, अ ° मख्यकाङ का वणन ०० प्रल्याजन्तर झृष्टि की उत्पत्ति का कर्थेन ««, ब पृष्ठः ` पक्ति . ছু ड খু ५. ९ 9 कर, ८. *६ श्र शेड १२ ˆ ६ ९३. `< ২৩7 ই २० २१ २१ :४२० দে 2২ द्र 9 + রঃ {५ 2.3




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