मूलबीजक टीका सहित | Mulbeejak Teeka Sahit

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Mulbeejak Teeka Sahit by खेमराज श्री कृष्णदास - Khemraj Shri Krishnadas

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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न १९ मुठ बीजकका सूचीपत्र । जअड्कू |. विषय जककू साहू चोर चीन्हें नहीं साखी १५९ | शेख जकबी शेख सकी... ४८.|सहूसे भी चोरवा साखी १११ | घ ः साहब साहेब सब कई साखी १८१ पर खरा करें सब कोई ज्ञानवीतीसा ३१ सं 1 सर सिद्ध भया हो क्या सया .... साखी २९९ १ ५८ सकों दुर्भति दूर कर साखी रण सिंध अकेंसा बन रे... कक हसन ४६९४ सिंघों फेरी खोली ही न ८१ || सतगुस बचन सुना हो सन्त. २९० । सु ः | | सदन सोया मानवा . ...... २९१ बचन मांगे नंहीं साखी ६६ सबकी उत्पति धरती. २०१ सुखके एक जगत उपाया. रसैनी ८२ सांचा भा... ...... - ६४ न सोहै साखी रमैनी ६९ | सबतें उघुता भठी .......... २२३ | सुन सबन मिछि विम्रमतीसी विधमतीसी १ मद माते ..... बसन्त १० सबकी निवेरिये साखी रु सुभागे केहि कारण छोभ छांगे. शब्द ८५१ सुमिरण करूं रामका काछ साखी १ सुमिरण करहुं रागका १७1 सुख्ति चीन्दों . रमेनी . है१1 सुर नर मुनि आओ देवता साखी २५० सुखुर पेड अगाध फठ साखी २३७ से लोग जहांडाइया . साखी रमैनी १६ || समुझागे समुझे नहीं... साली २३३ १ सम जड हो रहें १६७ | सपुझेकी गति एक है गा १५० ससा सर सचो बरियाई ज्ञाव॑चातधीसा २ | सहज ध्यान रु सहज ध्यान रहु कहरा १ ही सा.. से ही | सांईके संग सासुर आई दाब्द ४ |सिमर केरा सुचना साखी १६४ | साखी पुरंग्द ढहि परे साखी ११७ |सेमर सुचना तु साखी १६४ ४ साखी भांखी जानकी १. | समर सुबना सेइय। साखी १६५ | साखी कहे गहै. नहीं सो ही || सांच कहीं तो है नहीं २७० सोई कहता सोइ होहुगे साखी रमेनी १४ || सांच वसावर तप नहीं... पे सोई नूर दिछ पाक है साखी ३४९ कोइ न माने . साखी रमैनी १४ दर सोई दितबन्धू मोहि भाव... रमेनी ६६ | सांचा वाद कबीरका हृदया साखी ७४ | सोग बधावा जिन्ह समके माना रंमैनी | सांचा सीदा कीजिये सांखी ६५ न सांचें श्राप च छागे साखी ३०८ सोचा सहाय साह की भाड़ रहा ॥ | साधु सया तो कया भया साखी २९५ सं ५ साधु सन्व ते जता... साखी रसैनी . ५८ | सज्ञति कीजे साघुकी साखी १०४ | साधू होना चाहिये साखी २८० | सज्जतिसे सुख उप हा पु०८ || सांप बिच्छूका मन्त्र है साखी. १४३ |संजोगेंका गण रवे. .. साखी रमेती ४० 1 -सायर बुद्धि बनायके साखी १०८ | सन्त महन्‍्ता सामरो साइ शब्द ९० सार शब्दसे बोचहू साब्यू १९४. सन्ते अचरज एक सो भारी कहीं . सावज न होइ भाइ साचज शब्द ८८ सन्ता अचरज एक भी भारी पुत्र ६ | सावन करा सेहरा साखी ७७ सता आवे जाय सो गाथा




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