भारतीय राजस्व | Bharatiya Rajasv

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Bharatiya Rajasv by भगवानदास केला - Bhagwandas Kela

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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( ११ ) को जगह ““नियन्त्रण” और चौदद्ववों पंक्ति में 'पाप' को जगह माप, दोरा चाहिये | पृष्ट १६६ की सालवी पक्ति में ओर सरकारी? की जगह मर सरकारी! हाता चाहिये। पृष्ट २०३ में नकशे के बाद बोडे, उपशीषक है । पुष्ट २०६की <वौ पंक्ति में १७२२ की जगह १७-२२ समना चाहिये | पृष्ठ २०६ की सतरहवौं पंक्ति मेँ राह की ज्ञगह 'राय! ओर कीसवीं पंक्ति यें सभाः की जगह परिषदः चाहिये । ओर, जहां कहीं दशमलव का बिन्दु स्पष्ट न है, वह सम्बन्ध जाना जा सकता है । पुस्तकः का अन्तिम परिच्छेद का विषय “आशिक स्त्रराज्य? हैं अतः २०६, २१११५ ओर २१३ पृष्टों के ऊपर 'स्थानीय राजस्व? को जगह “आशिक स्व॒राज्य” समभना चाहिये |




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