चिन्तन के चित्र | Chintan Ke Chitar

55/10 Ratings. 1 Review(s) अपना Review जोड़ें |
Book Image : चिन्तन के चित्र  - Chintan Ke Chitar

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

No Information available about कल्याण ऋषी - Kalyan Rishi

Add Infomation AboutKalyan Rishi

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
{ १०) चिन्तन के चित्र जो देवाण वि देवो, जं देवा पंजल्ली नमंसंति । तं देवंदेवमहियं, सिरसा वदे महावीरं | (१२) इक्को वि नपमुक्कारो, जिणवरवसहस्स वद्धमाणस्स | संसार-सागराओ, तारेह नरं व नारिं वा! (१३) सिद्ध बन्दना सिद्धाणं बुद्धाशं पारगयाणं परंपरागयाण्‌ं । लोगग्गमुवगयाणरणं, नमो सया सब्बसिद्राण ॥ (१४) ,




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now