हे बच्चो तुम्हें प्रणाम | He Baccho Tumhen Pranam
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
1 MB
कुल पष्ठ :
96
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)एक गुरु-भक्त वालक
बासक एरसप्य
मिट्टी की गुरुन्मूति बनाकर,
जिसने सीसा बाण चलाना ।
सीखा जिसने गुरु-चरपों पर,
थी अँजुलो को भेंट चढ़ाना।
एकलव्य यह् वोर प्रतापी,
बालक बड़ा निरासा था।
जन्मा भील ज्ञोंपड़ी में या,
घरती का उजयातला पा ।
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