उर्दू हिंदी शब्दकोश | Urdu Hindi Shabdkosh ( Urdu Hindi Dictionary )
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
35.08 MB
कुल पष्ठ :
776
श्रेणी :
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लेखकों के बारे में अधिक जानकारी :
भगवती शरण सिंह - Bhagavati Sharan Singh
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मुहम्मद मुस्तफा खां 'मुद्दई' - Muhammad Mustafa Khan
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)निशान नियम किक रद ष अगूयार अरज़ 9-1 अ पूं-ग्रहण आदान लेना प्राप्ति हुसूल _ अलूम /# 1 अविं -जिसकी नाक कटी हो उर्दू छद- ना सथणण अर न््थं रच्घि । हे अप्सम न मे पूुंननर साँप । अख्ज्र - 1 मे वि -गहरे हरे रग का हरा रंगा हुआ 1 जस्त्रोपत टन जे स्त्री -हरापन। जत्त-खानः स्व फा पुनतवेला अष्वणाला । अस्तव पल न वि -वहुत बडा वक्ता भापण-पढु । अस्तर 1 फा पु-्तारा सितारा उड़ भाग्य प्रारूध किस्मत । अस्तरशनास फा वि -ज्योतिपी नजूमी अस्तरगुमारी ८9-21 फा. स्त्री -तारे गिनना तारे गिन-गिनकर रात काटना चेचेनी में रात काटना जेसे- अल्ला रे बावे-हिज की अस्तर-णुमारिया 1 1 भत्तरे जौज्ा | | फा अ पु-वुघ ग्रह उततारिद । अरतान | थे पु-सतन का वह दामाद लोग । अरदान ० जे पु-सिदुन का बहु मित्र लोग प्रेमपात्र छोग । अर्फश 9 ज. वि जिसकी से निर्वल हो जो चूघा हो । अख्वस 2-1 भथ वि -वहुत ही खवीस अत्यत दुष्ट बहुत बडा पापी । अख्वार ज- | अप पत्र । -खवर का बहु खबरें समाचार- थास्त्र में मफाइलन में से म गिराकर फ़ाईलुन करके मफुऊलुन् बनाना । जखुस थे वि-मूँगा सुनसके। अलुलकद 5 । फा. पु-झुनशुना बच्चों को सिखाने का छुनशुना । अर्लाक ठ. अ पु -खुरक का बहु परन्तु उर्दू मे एक- वचन के अर्थ में प्रयुक्त है शिप्टाचार खुशखुल्की । जो स चोल सके न । अस्लाक़ी ._ -|1 अ वि -अरलाक सम्बन्धी शिप्टाचार- सम्बन्धी । अर्लाके आलिय #11- छु जे पु-सत्तत गुण अच्छे अरलाक उच्च कोटि का णिप्टाचार । अरलाके ज़मीमः ४-£+ ७ द3 | थे पु-दे अरूलाके रदीय. । अस्लाफे रदीयः ७9 छंग | भ. पु -तंमोगुण चुरे अस्लाक अर्लात ४-1 भ पु-सिल्त का वह घावुएँ चात पित्त कफ और रक्त । अख्लाफ प-श 1 अ पु -खिलफ का चहुं लड़के लड़के ते आदि । अख्वाल 1 अ खाल का बहु खालू वहनोई मौसा झडे ध्वजाएँ । अस्वार चवीस १ शनन थे. फा. बि.-पथकार । अख्वास 1 थे वि -जिंसे सुगध और दुर्गभ का अस्वार का एडीटर । जह्वारी न अ वि-अख्वार से सम्बन्धित अख्वार का । अरुमः ८-1 अ पु-सुर्री शिकन बल । अहम /#-1 अ पु-माथे की दिकन ललाट बल भी की शिकन अबू का चल । अख्सस /3०+- भ. पु-तलवे का वह भाग जो भूमि से नहीं लगता । मल्मिरः ४ | थे पु- खिमार का बहु. ओढनियों चादरे अखूयाफ़ो 1 अ वि -वह भाई वहन जिनके बाप अलग-अलग और माँ एक हो । अखूयार 9-1 थे पु-खैर का बहु पुण्य-समूह यश- समूह भलाइयाँ नेकियाँ । अखूब ५-1 अ वि -निर्जेन वीरान उर्दू छदशास्त्र में मफाईलन से से म और न गिराकर फाईल करके मफुऊलू बनाना 1 अनुभव न हो । अख्सम /#- -1 अ वि-लवी नाकवाला । अगर 1 फा. अव्य -यदि जो 1 अगरचे ४-1 फा अव्य -यद्यपि गोकि । अगाइद ०८.८1 अ पु.- अगीद का वहु.. अत्यत कोमल और मूदुल अगो वाली स्त्रियाँ तन्वद्धी कृद्ाद्न्ी कोमलादी । अगानिस /--म अ पु-गनम का वहु भेड़-वकरियाँ । अगानी न मे पु उग्तिय का वहु वह बाजें जो फूंककर न वजाये जायेँ जैसे सितार मृदग आदि । अर्ज्िय ब-०- अ स्त्री -सिजा का बह गिजाएँ खाद्य पदाथे । अग्नाम / ४-८ अ पु-गनम का बहु भेड-वकरियाँ । अर्निया #- जे पु-गनी का बहु घनाइय लोग । अर्फर #41 भअ वि-बडा छिपानेवाला । अस्वर 4 अ वि-घूसर मटीला खाकी रगवाला। अगुृयार 9# अ पु- गेर का बहु अस्वजन गैर लोग प्रतिद्द्दी जन रकीव लोग 1
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rakesh jain
at 2020-12-09 10:50:10