गो - ज्ञान - कोश | Go Gyan Kosh

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Go Gyan Kosh  by अज्ञात - Unknown

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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पक चूपमक्ते साथ समेक बूपम इससे पैसा बजुमाव दो सकठा हे कि बढ़िक समचसें बैक जाफाशमें डडते ने प़ि नहीं तो घई डक्का शब्दुका बर्थ देख बह दे परल्तु कोइ पेसा पदार्ष दै जोकि लाकासतँ दिखाए देता दे । डझ्ता भष्दुका लग बावु एचा पा सौ दें देत्खिने- इसे ये हे सु थायों पाहोजसो 5८ न्ततं दी ले पतयस्त्युकषणो मदि ताधल्त उन्नणः । ऋ 11१६५।९ हे बाषों ! शो तेरे ( शक्मण ) नेक लात पाम तबा बाधुके बेस ( लब्ठ। सदी ) परे प्रदाइके बल्दर ( सुपतपत्ति ) पिरते हैं था बददते दें बोर ये ( बाल ) बैक भर्वात्‌ प्राण ( मदि श्रावत्ता ) बडे लक्तिशाकी दोते हैं । इस मंत्रका डक्का क्ष्द बेकबाचक थीं हे परत बाचुक प्रधाइ तथा प्रासके प्रदाइका बाचक दे । मे. प्रिकिस सी चहढी 11० छ0]15न्छाइहा& 0 फाएतं शर्वात्‌ बहांका बैकूबाचक उसा सद्द बाजुके बेगोंका बाचकऊ्ष दे बसा करते हैं । १६ एक वृपमक्ते साथ अनेक बृपम । सा 'चपलिप्ा शूपमो शताता राजा कृएीतां पुक्डूत इग्द। ५१ ४ थे ते बुपलों बूपमास इण्ठ अह्यपुजो बुपरणासा भत्पा' । ताँ भातिप लेमिसा याझर्बाक दचामद त्या सुत इस्त सोम 0 ९॥ का 1।१७७।१-३ ( वालों हुपस। ) कोगोंका वेके लेसा बकूबात ( हदीना-राड्य ) अल का राजा इस्द दे ६ 1 ४ दे इस्स ! लो ऐरे ( इपला इचसास! ) बकवास बनेक दुद ल (बडा बुजः) शाबसे चुच् दें अबके साथ नइं ( लावादि ) चालो। ६२४ इव सैचमिं पुर बुषस ( इस्ख ) के साथ लतेक बूचम ( इबसास न इस्या! ) रदवेका बचत दे । थो साथ लजेक दउकि साथ चूक दजकर दे ठजा लो साव लगेक लायेयकि साप रइवेबाके पूक्ष लप़िका हे थी लाद पूरक बूचस पा इस्यके प्राज रइमेवाओ लवेक जूस दा इत्खमें विधि है । पुर पामतसाकि प्राथ लगेक जीवर्माधोंका दोवा इस मकार बेद्सें बलेग किया दे लौर इसका बश पूर्वा केखतें बताथी रीठिके लगुप्ार दो रदा दे । चूक बरसाव्माक्ति बाम इग्द लपि दुआ सोस बुभल लि हैं सौर थे ही बाम लनेड बचनोंतँ शारबे तो लौबा- (१५) ध्सक्ते बाचड होते दें । इन शामोंके साथ ही विस्मकिक्ित बाम मी देखने पोग्प दें-- जज शब्द दकरेका बाइक होता हुआ सी ” बन * नर्षात्‌ ज-जस्मा इंचाका बाचक दे बोर साथ साथ श-जस्मा थीदास्मा का सी बाचक दे! जज झरीरतैं रद पेव।के श्ौबतमाका जएतूमें ग्यापनेबाक् परमा- ह्माका तथा बकरेका बाचक दे । बुपम ' कम्द दैकका बाचक इोठा हुआ सौ बोगिक लर्षके बरसे शसिशाखी दोनेका साथ बतामेके कारण परमहमाका तथा शरीरमैं थी बापतफया बाचक दे । पौछे इस्ख कग्युकय बाचक बुबम कस्प बनेक बार दिया दे शोर इस्प झब्द लीवहमा पामह्माके किये बसिद्ध दे । इसी प्रकार कपम बोर डक्का खब्पके मी दोतों थम हें । बच ” सप्द घोडेका बाचक दोता हुआ सी पूर्वक्त प्रकार जीवबात्सा परमहसाक्ता थाचछ दे। परमसारमएका बाचक दोठे हुए इसका लय ( लइघुते ब्पाप्योति ) स्वज्र स्वाएक हे बौर भीषारमा बाचक दोनेके प्रसंग ( लख्ाति ) कक भोग करता हे, था ऋछ खाता दे बह लव दोत। दे । र्वात्‌ पुक ही लक शब्दका भर्भ जीवरसा भोर परमहमा ह्ोठा दे । ये सच झष्प इज लगोंके साथ ध्यावरि बरनेसे किसी मधयें. बन ” झष्द आापा कियीमें . भ् ” शापया लव किसीमें . बुषस शब्द लावा था इसी प्रकारका कोई अप सब्द भागा तो भागे पौपेडा दिचार से करते हुए परुइम सोससझलपरक दी लये तिकाकनेकी ला - इबकता नहीं है बइ बात इचये जिवरणले पार कफ़ि सम्मुख हो लावगी | मजुप्यमात्र था पालिपाजक शस्त्र थो शीचात्सा दे धद जस्पूमरण रदित होनेघे. थ-ज ” बर्थात्‌ जजामा दे बह बुदा शरौरमें रइता दुआ बी दिस हारा बजाफी जत्पासि करता दे इसकिये इसको “ दूत्रा बदल उद्या ” लादि बाम होते हैं बद क्मइक सोप करता दे इसकिये इसको अख. कहते दें। बह लपने इजिग भर्ों को लपने बचत रख सकता है इलकिये इसीको बी कइते हैं । लवत्ति थे लाम इककी विशेष उछलिझी लवकता बताते हैं । इल् पकारका छौवापल! लाइने लापकी शसिसर्थश्का परम




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