भारत के प्राचीन राजवंश | Bharart Ke Prachin Rajwansh
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
12 MB
कुल पष्ठ :
498
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)भारतके प्राचीन राजवंश ।
টিলা সী
भारतवषे ।
কর্শা সি
इस देशका यह नामकरण भरतके नाम पर हुआ है।
भागवतमें लिखों हैः---
४ येषां खलु मद्ायोगी भरतो ज्येष्ठः श्रेष्तुण आसीत । येनेद
यर्ष भारतमिति व्यपद्शिन्ति ॥ ९ ॥ ৮
अर्थात्--भगवान्. ऋषमदेवके बड़े पुत्रका नाम भरत था।
इससे इस देशको भारत कहते हँ ।
निम्नलिखित छोकसे मी इसी बातकी पुष्टि होती हैः-
““ हिमाहं दक्षिणं वं मरताय ददौ पिता ।
অহলাহ্ম मार्रं वषं तस्य नाला महात्मनः ॥ 1?
अथीत्--हिमार्यके दक्षिणका प्रदेश पिताने भरतको दे दिया
और इसीसे इसका नाम भारतवर्ष हुआ।
(१ ) श्रीमद्धांगवत, श्कन्ध ५, अध्याय ४ ।
(२) शन्दकर्पइुम, काम्ड तृतीय, ६० ५०१ ।
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