शासन के सिद्धांत | Shasan Ke Siddhant
श्रेणी : इतिहास / History, साहित्य / Literature
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
60.55 MB
कुल पष्ठ :
238
श्रेणी :
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लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
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लचीले संविधान के गुण--कुछ गुणों के कारण लचीले संविधान भी वांछनीय
समझे जाते हैं, जिनका विवेचन हम निम्न प्रकार कर सकते हैं--
(1) लचीले संविधान परिवर्तनशील होते हैं । उनमें बदलती हुई परिस्थितियों के
अनुकूल विकास की सम्भावना रहती है तथा संशोधन विधि के सरल होने के कारण उन्हें
सरलता से परिस्थितियों के अनुकूल बदला जा सकता है । अत: राजनीतिक जीवन की प्रगति
की दृष्टि से उन्हें वांछनीय समझा जाता है। उदाहरण के लिए, हम ग्रेट ब्रिटेन के पिछले
1500 वर्ष के इतिहास को ले सकते हैं, जिसमें संविधान के लचीलेपन के कारण वहाँ का
राजनीतिक जीवन बिना विशेष आअशान्ति से प्रगति की ओर उन्मुख होता चला आया है।
फ़ीमेन के शब्दों में वहाँ '* विदेशी विजयों और आन्तरिक विद्रोह के होते हुए भी जनता के
राष्ट्रीय जीवन की परम्परा 1400 वर्षों से अटूट रही है। किसी भी समय भूत और वर्तमान
की कड़ी पूर्णतः: नहीं टूटी है, किसी भी समय किसी आवेशपूर्ण सिद्धान्त के वशीभूत होकर
ब्रिटिश लोग पूर्णतः नवीन संविधान बनाने के लिए नहीं बैठे हैं। हमारे विकास का प्रत्येक
चरण पिछले चरण का स्वाभाविक परिणाम रहा है, हमारे कानून और संविधान का प्रत्येक
परिवर्तन एक नयी चीज लाने के लिए नहीं हुआ है, प्रत्युत उसके द्वारा, जो कुछ प्राचीन
था, उसी का विकास और उसी की उन्नति हुई है।'''
(2) लचीले संविधान में विद्रोह तथा क्रान्तियों की भयंकरता से राज्य की रक्षा
बनी रहती है, क्योंकि समय तथा परिस्थितियों की माँग के अनुसार लचीले संविधान
सरलतापूर्वक संशोधित किये जा सकते हैं । उदाहरणार्थ, इंग्लैण्ड में पिछली शताब्दी में राजसत्ता
कुलीन श्रेणी के हाथ से निकलकर जनता के हाथों में आयी, किन्तु इसके लिए वहाँ फ्रॉँस
जैसी किसी क्रान्ति की आवश्यकता नहीं हुई। धीरे-धीरे हाउस ऑफ लॉर्ड्स की शक्ति कम
हुई और हाउस ऑफ कॉमन्स की शक्ति बढ़ी और राजशक्ति कुलीन श्रेणी के हाथ से निकलकर
जनसाधारण में आ गई। यह सब वहाँ के संविधान के लचीलेपन के कारण ही हुआ, अन्यथा
बिना अशान्ति के ऐसा परिवर्तन होना सम्भव नहीं था।
(3) लचीला संविधान राजनीतिक जीवन का सर्वकालीन एवं सच्चा प्रतिनिधित्व
करता है, क्योंकि निर्माण के पश्चात् राजनीतिक जीवन के परिवर्तन उसमें सरलतापूर्वक स्थान
पाते रहते हैं ।
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