अभिमन्यु - बध | Abhimanyu - Badh
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
3 MB
कुल पष्ठ :
92
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)अभिमन्यु-बध
[ ६ |
दीज जाय उत्तर हमारों दुरजोधन कौ,
पथ परिसोधन को हमको दिखेहै को ?
“নহে? অহা) আট লাল धमेराज घीर ,
बीर बिजयी जो , तिन्हें हारिबो सिखैहै को ??
चक्रधर जोगीस्वर चक्र-भेद-दच्छु जाक ,
पच्डु मादि ताकौ क कुचक्र विलसैहै का ?
जौलों ज-बिजै के इस कीन्हें छत्र-छाया सीस ,
तोला जय-पत्र कहो हम सो लिखेहे को ??
| ७
एहो दूत ! पाणडु-पूत वीर बिग्रही हे पंच ,
रच हो में बिग्नही प्रपेच-सत हरि है ।
जौलौ धर्म-धूम तोलों मसक करे गे कहा ?
नर-हरि-ओर कहा ससक निहरि हैं ৭?
सक्र-मदहारी चक्रधारी जी हमारी ओर ,
हं कं रखवारे चक्रधारे नित्त हरि है ।
ऐसी तो ुचक्र रच्यौ एकं चक्रव्यूह कदा ,
कोटि चक्रब्यूह सो न पांडु-पूत हरि है ॥
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