सूरदास | Soordas
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
43 MB
कुल पष्ठ :
614
श्रेणी :
हमें इस पुस्तक की श्रेणी ज्ञात नहीं है |आप कमेन्ट में श्रेणी सुझा सकते हैं |
यदि इस पुस्तक की जानकारी में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से सम्बंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उसे यहाँ दर्ज कर सकते हैं
लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
No Information available about ब्रजेश्वर वर्मा - Brajeshwar Varma
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)( 2४ |)
खंड कथानक-- ३०१; *. उलूखल बंधन और यमलाजुन उद्धार
लीला ३०१; २. अघासुर वध ३०३; ३. बाल-वत्सहरण लीला
३०३; ४, राधा-कृष्ण का प्रथम मिलन ३०५; ४. कालीदमन लीला
३०७; ६. राधिका का पुनरागमन ३१०; ७. चीरहरण लीला ३१२:
८. पनघट प्रस्ताव ३१३; ६. यशपत्नी लीला ३१५४; १०, गोवर्धन
लीला २११६; ११, दानलीला ३२१६; १२. रासलीला ३२०;
१३. मानलीला तथा दंपति विहार ३२३; १४. राधाजी का मध्यम
मान २२४; १५. वड़ा मानलीला ३२५; १६. व्वंडिता समय
३२६; १७. भूलन २२७; १८. बसंत लीला ३२७; १६. उद्धव-
ब्रजअ-आगमन और भ्रमरगीत ३२६; २०. कुरुक्षेत्र मिलन ३३१।
सूरदास का ऋष्ण-लीला काव्य--३२३ ।
<. चरित्र-चित्रण--प्रधान चरित्र ३४२-४१३
श्रीकृष्ण--३४३; नंद नंदन ३४३; गोपाल ३५३; “रसिक-
शिरोमणि? 'रतिनागर'--राधावल्लभ ३५५; 'रसिक शिरोमणि
रतिनागर--गोपी-वल्लभ ३५४८; “निटुर, नीरस”ः ३६१ |
बलराम--३६६ ।
राधा--२७४; मोली, चंचल, चतुर ३७४; प्रेम-विवश, परम सुन्दरी ३७७;
चतुर, गू, श्रतृप्त---परकीया ३८०; मानवती, गौरवशालिनी--
स्वकीया ३८६; गृटृ, गंभीर, परम वियोगिनी ३६३ ।
यशौदा--२३६६ ।
नंद---४१० ।
&, सामान्य स्व्रभाव-चित्रण ओर गोण चरित्र ४१४-४४७
स्रो-स्वभाव-- ८४१४; यशोदा कौ सपर्यां ४६१८४; दाद ४१६५.
रोहिगी और देवकी ४१६; वृषभानुपत्ञी ४५८; गोपियाँ ४२२:
जलिता ४२६ ; नंद्रायली ४३१; अन्य खंडिता गापियाँ ४३२; कुब्जा
४३२; रसक्मिणी ४३४; स्त्रियों के संबन्ध म॑ं कि के विचार ४३६ '
वाल-स्वमाव--५३७।
पुरुष-स्थभाव--४४१; वसुद॒व ४४२; अ्रक्रर ४४३; उद्धव ४४४; सुदामा
४४४; केस ४४५; अन्य पात्र ४४७ |.
User Reviews
No Reviews | Add Yours...