शब्द-कोश | Shabd-Kosh
श्रेणी : इतिहास / History, भाषा / Language
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
3.54 MB
कुल पष्ठ :
226
श्रेणी :
यदि इस पुस्तक की जानकारी में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से सम्बंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उसे यहाँ दर्ज कर सकते हैं
लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
No Information available about श्री स्वामी शिवानन्द सरस्वती - Shri Swami Shivanand Sarasvati
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)प्रट्ठ त-निष्ठा ११ प्रघिकारी रहित ब्रह्मवाद । प्र त-निष्ठा- श्रद्ृंतस्थिति में स्थित । प्रहूं तवाद - वह सिद्धांत जिसके अनुसार एकमात्र ब्रह्म ही सत् है ब्रह्मवाद वेदांत । श्रट्ठे त-वेदान्त- - ग्रद्ेतदर्शन शांकर मत । ग्रह त-सिद्धि- श्रद्चय ब्रह्म का साक्षात्कार एकलीभाव की प्राप्ति । प्र तावस्थारूप-समाधि -- ग्रह तवादियों की नि्षिकत्प समाधि जिसमें ब्रह्माकार छत्ति का भी ग्रभाव रहता है । श्रतिचतनावस्था की वह उच्चतम स्थिति जिसमें ज्ञाता ज्ञान श्र जय की--त्रिपुटी का श्रभाव रहता है केबल एक सन् ही श्रपने स्वरूप में श्रवस्थित रहता है । श्रघमः नीच पतित पामर पापी । झधम-उधारक- पतितों का उद्घार करनेवाला । प्रघर्म धर्म के विरुद्ध कार्य कुकर्म पाप श्रन्याय वेद प्रतिपिद्ध कर्म दुष्कर्म । प्रधिक बहुत विदेष श्रतिरिक्त न्याय में एक नियह रथान । श्रधिकरण -प्रकरगा श्राश्रय श्राघार वह जिसकी शिद्धि दूसरे ग्रथो की सिद्धि पर निर्मर हो अधिपान । झधिकारी- उपयुक्त पात्र योग्यता या क्षमता रखने वाला साधनननुष्रय-संपन्न व्यक्ति ।
User Reviews
No Reviews | Add Yours...