भारतीय ज्योति: शास्त्र में आचार्य वराहमिहिर का योगदान | Bhartiya Jyoti Shastri Mein Aacharya Varahamihir Ka Yogdan
श्रेणी : साहित्य / Literature
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
31 MB
कुल पष्ठ :
281
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)€ १४ )
ज्योतिषशास्त्र परम गहन शास्त्र हे । इसके यार ডা
सिद्धान्त बताए बाते हैं । क्या - बअतुलक्ष तु ज्यौतिगपुः । अतः
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पार करने में तसमधे है । देवयोगवश, गृह स्थितियों के कारण ज्यवा
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मुदि कौ बट्तामान्पताव्च ने कमी रह गयी हो, उसे मनोअीबन कमा
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दिनाक :
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at 2022-11-16 13:15:19