इतिहासवार जेम्स टॉड | Itihaswar James Tod
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
3 MB
कुल पष्ठ :
211
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)8 इतिहासकार जेम्स टाड
महाभारत राजपूताना एवं भ्रय अनेक राया श्रौर राजवशियाँ की स्यते
पृल्वीराज रासो सुमाण रामा हमोर रात्ता रतन रासो प्राति क रासा ग्राथ
तथा নিব বিলাল सूरज प्रकाश जगत विलास, जयवितास राजग्रवाश
হাজ মহিন नेव सारसा चरित बुमारपाल चरित्र मानचरित्र हमोर काव्य जयिह
कल्परम सामक प्रय एव उनकी तयार कराई दई राजवश्चा कौ वशावलौ भारि भनव
इतिहास सबधी पुस्तवा का सग्रह कर लिया ঘা। पृष्वीराज रासो तो टाडका वेट
पसत भाया | भतएद उसका श्रप्रजी म भरनुवाद कर पिया! इन शतिहासिक
ग्राया के झतावा टाडन काय नाटक ध्याकरण का যালিঘ। शिल्प, महांत्म्य
वजन घम मवधी कई पुम्तद्गा तया प्ररवी वे फारसी ने कई हंस्ततिखित ग्रापा
का बाफी भ्या सप्रहक्रिया था । दमी भानि कें प्राचीनं स्वाना राजाप्नों
व सुप्रलिद्ध पुरुपा ब विध्र॒ चिततोडगढ, मनाल बाडाली, विजोलिया
असराइगढ़, मौडलगट कुभलगढ, प्राइतपुर प्राहाड, नाडाज, कसवा भाहि
झवबैक स्थता के शिवातखा ताम्रपत्रा ब्राटि কী प्रतियाँ प्रयवा भून
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करा रहा था। तभी एक ट्नि महाराणा भीमर्मिह उसम विदाई के
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उस हेंसी भी भ्रागई थी। महाराणा ने वहा कि मवाल म पान वप
तब रहते हुए टाइ ने इस राज्य की सवा बी, इस क्षति से
बचाया कितु जाते समय वह यहाँ की एक चुटकी मिट्टी भी नहीं ले
जा रहा हैं” निमतेह टॉड का किसी वस्तु याद्रय प्रश्रम या लगाव नहीं था।
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16 वही पृ 19 21
17 बह्ही पृ 21 22
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