आनरमजिस्ट्रेट | Anreri Majistrate

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Anreri Majistrate by श्रीयुत सुदर्शन - Shreeyut Sudarshan

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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आ्ऑॉनरेरी मजिस्ट्रेट ११ शामो- ( घबराहट से उछुलकर ) क्या कहा चड़फाँसी है ! गंडूशाह-- ( बही छोड़कर ) क्या है ! मालिन ! तुझे क्या हुआ ! ( हका पीते; हैं ।) मालिन्‌ बाहर चड़फाँसी खड़ा है ! चड़फाँसी ( गंडूशाह घबराकर खड़े हो जाते हैं, हु का उल्लनट जाता है। गंदूशाह--- चड़फाँसी हे ! मालिन- हाँ लालाजी [| चड़फाँसी है। “~ गंडशाह--- हमने कोई चोड़ी को है, डाका मादा है, किसी की हत्या कड़ी है ! हमारे घड़ चड़फाँसी क्‍यों आया है ! হামা ( रोते हुए ) ड़ाम जाने, अब क्या हो जायगा। मेरी श्राख फड़क रही थी । पता नहीं, चड़फाँसी क्यो आया है ! सीतला माई, तेरा ही आसड़ा है बुड़गा माई तेरा ही सहाड़ा है। गंडूशाह-- पर यह चड़फाँसी आया क्यो है, है! हरिया-- ( गन्ना चूसकर ) चड्फांसी नदीं होगा । गंडशाह-- अच्छा, হা কনা ख्याल है १ हरिया-- यह चड़फाँसी नहीं होगा । शामो-- तेरे मुंह में घी-सकड़ । उठकर जड़ा देख तो सदी, कौन दै !




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