भगवान महावीर की सूक्तियाँ | Bhagwan Mahaveer Ki Suktiya
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
4 MB
कुल पष्ठ :
354
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)धर्म शोर नीति (অল) €
९५
धर्म को समभने वाला सरल हृदयी होता है ।
२६
जिन भगवान द्वारा उपदिष्ट यह धर्म ही দু है, नित्य,
शाश्वत है ।
२७
अकेला धर्म ही रक्षक है, अन्य कोई यहा पर रक्षक नही
पाया जाता ।
२८
आचरण योग्य धर्म को जानकर के सभी दुख नाश किये जा
सकते है ।
२६
घमं के प्रति श्रद्धासे सातावेदनीय जनित सुखो पर विरक्ति
पंदा हो जाती है।
३०
आये धर्म का आचरण करके अनेक महापुरुष दिव्य गति को
जाते है ।
३१
आनानुसार चलना ही मेरा धमं हे ।
२२९
श्रेष्ठ धमे को जानकर क्रिया करता हुआ ममत्व भाव को
नही रखे ।
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