वृहजातकम | Brahajatakam

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Brahajatakam by महीधर शर्मा - Mahadhir Sharma

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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विषयाऽदक्रमाणिका। ` (११) विश्व, वि पक. उत्तरभाद्रपदा जर ती नकिं जन्मना पुरपका स्वरूप.“ ৪ चन्द्रराशिशीखाध्यायः १७. मैप যাহা स्थित चन्द्रमा होनेपर जन्मबाठे पुरुषका स्वरूप रद न्क हि पृपराशिस्थित चम्द्रमामे जन्मबाेका रूप „^“. म ३. এত १४९ मिथुने चनद्रमामिं जन्म धटिका खष्प „^“. स हः स यु कर्क राशिके चम्द्रमामें उत्पन्न होनेवालेका स्यरूप চি উল ১০1৪৫ सिंद्द राशिके चन्द्रमामें जन्म बाठे पुरुपक्षा स्वरूप এ कद নি मं ঘা হাহ चन्द्रमे उपन्न हुए पुरुषका खवरूप प .. >> १४६ वृष्मगत चन्द्रमा उत्पन्न हुए पुरुषका स्वरूप ब्लड भ == १४३ ঘি चदा जन्म वटिका হরফ. ০০০ इ টড রা ঘন্তঘে গলুমাম অন্ন নাতি ঘুযদঙ্কা হরফ .... হর ৪ .... १४८ मधर चन्द्रमा जन्म षाठ पुर्यका स्वरूप ««« হুঁ যাহার चम्ममाम जन्म बालेका स्वरूप: « स নর भरं ওর मीन राशिक चम्द्रमामे उत्पन्न पुरषकां स्वरूप .... ক ज कक १४९ उपक सम्पोा भपयाद + म स रः ठ. राशिशीटाऽप्यायः १८. মা সী ছা হাটা पुरे उवट पुष्पका स्वस्य .... मिन, परव, तिद घौर धन्या रादिव सूप पा पट ००० ००० ००० 9 भ ० १६० बे ৪ + हुआ, परथ्िक, धन, और गवरफे सूर्वमें जन्म पाठेका रपरुप রর ०० १५१ एम भौत मोन सारिवे गूध उनका কয श, तष शनः कण मेव, पुषिः, कषम, घौर पुय যারা মন ধা ০০, । ह मिन ल्या धौर वरव सरिगत गंगठका प মনত দি “= ৭৭ ভিত पु, मौन, कुंभे सौर मदर रारिगत লগতবা पट < गेष, दिर, एतय सौर दप रतिगत ঘুখহ্া ঘন गिपुन थोर फन्दा राहिगत शुषा पड पिद कदा सिमत भुरवत प .... गकर, वम, पन, मन যা? মি, ইহ श्‌, भे ^ [|




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