बापू की कारावास - कहानी | Bapu Ki Karawas Kahani

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Bapu Ki Karawas Kahani by राजेन्द्र प्रसाद - Rajendra Prasadसुशीला नैयर - Sushila Naiyar

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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१५ 3 वा की निराला २७८ “६४ हालत জীব विगडी ३७८ ६५ अतिम रात्रि ३८७ ६६ वा चली गई ই ६७ भत्येष्टि-क्रिया २९८ ६८ वियोग-वेदना ४०२ 5६९ सत्याग्रह और सत्ता ” ४०७ ७० फिर अपने-अपने कत्तेव्य पर ४१० ७१ मीराबहन की आश्रम-योजना ४१६ ७२ अग्रजो की नीति ४१८ ওই जेल मं मन-वहुलाव ८६२२ ७४ वा कौ स्मृति ४२३ ७५ असतोष और प्रगति र्ठ ७६ वाके वारे में सरकार की सफाई ४२७ ७७ वापु की जागरूकता ९५७ ४३० ७८ जेल मं दतरा र्टरीय सप्ताहं ४३१ ७९ बापू को मलेरिया ४३८ ८० मानसिक ओर श्रारीरिक स्वास्थ्य ट्‌ ८१ सरकार की चिन्ता ४४७ ८२ रिहाई कौ खवर ८५१ -८३ रिहाई ४५३ শালা अवर्ण प्रष्ठ इस पुस्तक के आवरण का भावपुण चित्र मागाखा महल के कारावास के समय का है । बापू, वा तथा अग्य जन प्रार्थना में लोन हे । इस चित्र के लिए हम श्री घीरेन गाधी के आभारी है, जिनके 4১ 01100561000 0200115 9001: अल्वम से इसे तथा उपवास का एक चित्र ल्या गया हं । “प्रकाशक




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