प्रशोकमल्ल विरचित नृतयाध्याय | Prashokamall Virchit Nrityaadhyay

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Prashokamall Virchit Nrityaadhyay by वाचस्पति गैरोला - Vachaspati Gairola

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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2२ पाणस पाद्‌ और उतका विनियोग १३ पाउइवेंग पाद और उसका विनियोग प्रत्यगाभिनय और उनका विनियोग “नो प्रफार का ग्रीपामिगय ग्रीवा के भद १ समा और उप्तका घिनियोग २ नता ओर उप्का पिनियोग ই उन्नता और उसका विनियोग ४ यत्रा जोर उपका विवियोग ५ वलिता और उवका विनियोग ६ कञ्चित रोर उका किपियोग ७ अन्विता जोर उत्तरा विनयो ८ निवुत्ताओर उपका विनियोग ९ र चिताओर तका विनियोग लह प्रकार का वाह अभिनय बाहु के भेद प्रसारित ओर उसका विरियोग अवोमुख ओर उसका विनियोग ऊध्वंस्य ओर उतका विनियोग अ।वेष्टित ओर उका विनियोग আভ্জল ओर उसका विनियोग स्वस्तिक और उनका विनियोग मण्डड्गति ओर उसका जिनियोग तियेक्‌ और उश्षका विनियोग पृष्ठानुसारी आर उसका विनियोग अवविद्ध और उसका विनियोग ¢ ©^ ६5 शी न ०4 ९ পা „ल + © ^ রসি रलाक चसत्या २५८ ५५ ३६० ३६१ ३६२ ३६३ २६८ २६५ २६९६ २६७ ६८ ९९९ ३,७०-२.७ १ २७२ २७२ ३७४ २५८५ २७६ ३७७ २७८ ३७९ ३८० ३८१ प्र सख्या १२७ १२७ १२७ ९१२८ ९२८ ९२८ १२८ १२८ १२९ १२९ রি ৬ १२९-१३० १३० ९३० १३० १३० १३० ९३१ ९३१ १३१ १३१ १३१-१३२ १९




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