श्री सरस सागर भाग 1 | Shri saras Sagar Bhag 1
श्रेणी : पौराणिक / Mythological
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
23 MB
कुल पष्ठ :
612
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
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॥ गुरु महिमा॥
নত प्रथम पंक्ति
अ्मरभय सतगुरु के उपदेश
॥ भ्रीः ॥
२ श्ररज सुना श्री सतगुर दयात
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१०
११
१२
प्रारती श्वी गुर की करिये
थ्रारती भ्री गुरुदेव तुम्हारी
, उठ प्रभात श्री सतगुद सुमिरो मन मेर
क्या तारीफ करें सतगुरु की * ,
करर मने श्रारनी सतगुम क्री
कहा कई गुरु कृपा की वात
गये भुरुदेव परम निञ्ञ धाम
गगरे মাহি ভাত प्रकेत धाम
হাটু गुेया वैया गह जी मोरी श्राय े
गुरुदेव दयाल दया करिये
गुरून की मूरति मेगल करली
गुरुन शी सुन्दर सुरत प्यारी
चरन कमल गुरुदेव नमामी
जगत में है गुरु हरि अवतार
जव शुर कपा टट कर हेर ^“
जय गुरुदेव दयानिधि देवा
जय जय जय गुरुदेव हमारे
जय जय श्री सतरुख महाराज
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