तत्त्व का ताला ज्ञान की कुंजी | Tatav Ka Tala Gyan Ki Kunji
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
4 MB
कुल पष्ठ :
194
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)ज्ञानवृद्धि के 11 कारण (13)
शिक्षा शील के आठ गुण
1-हास्य क्रीडा न करे ।
2--इन्द्रियो को वश मे रखने का श्रभ्यास करे ।
3--किसी के मर्म तथा दोपो को प्रकट न करे ।
4-सदाचार का ध्यान रखे ।
5--अभ्रनाचार का सेवन न करे ।
6-रसना लोलुपी न हो ।
7-क्रोघ से सदा दूर रहे ।
8-सत्य वात को स्वीकार करने मे सदा तत्पर रहे ।
लीर्थकर पद प्राप्लि के 20 बोल
1-अश्ररिहन्त भगवान की भक्ति, उनके गुणों का चिन्तन और
आज्ञा का पालन करते रहने से उत्कृष्ट रस जमे, तो तीर्थंकर
नाम-कर्म का वन्ध होता है ।
2--सिद्ध भगवान् की भक्ति और उनके ग्रुणों का चिन्तन
करने से ।
3--नि्ग्रंथ-प्रवचन रूप श्रृतज्ञान ঈ प्रनन्य उपयोग रखने से ।
4--गुरु महाराज की भक्ति, आहारादि द्वारा सेवा ओर उनके
गुणो का प्रकाशन करने एवं ्राशातना रालने से ।
5--जाति-स्थविर [60 वषं की वथ वाले] श्रुत-स्थविर [स्थानाग
समवायाग के घारक] प्रव्रज्या-स्थविर [20 वर्ष की दीक्षा-
पर्याय वाले] की भक्ति करने से ।
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