बोलचाल | Bolchaal

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Bolchaal by अयोध्या सिंह उपाध्याय - Ayodhya Singh Upadhyay

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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ठेठ हिन्दी € यहाँ तत्सम शब्द भी वन ( था बन ) है, परन्तु बन भी अच्छा ठेठ हिन्दी शब्द है, क्योंकि वन केवल संस्कृत हो नहीं है, वरन्‌ संस्कृत से प्राकृत में होकर आया हिन्दी शब्द है । यह बिल्कुल साधारण बात है कि देवदत्त का पौत्र भो देवदत्त ही कहा जावे, और यही बात हिन्दी के विषय में भी कही जा सकती है । [1516 605 5915076৮৮০৭ ৮0৪10 9139 109 নল (০: বুল )১ ৮৮ अन 18 8150 ৪০০৭7105710 106058258 নল 15 000 00010 92109107 00619 2150 2 &29त-वप्रट्रप्लः ना ऽवा, 1६ 35 वप्रः 6 (गणम ६ 6४०१२४९०३ &7270430 ्ठपात्‌ 2150 15 ০2110 1029,0966 20 50 2150 1६ 18 16 2856 9 1०41. 160 219 50006 ০006] 10003, = 95091001250 1५00382 ` (2६52192. ` (70500 1091) | | जज्ञल: जंगलो जंगल जङ्गल (०८ जंगल. विलिसिः विलासो ` रिलास् विलास (0 बिलास, सारः सारो सार ` सार एकः एक्कोी. एक एक समरः समरो समर समर गुणः गुखो गुन ` गुण ( 0 गुन). 90 2190 072. 105 060615, [619 0066015108065521 ६0 1050 [জাত 800 ০০1৭ 5৮৮০1 1500100177000. ০৮৩] 767300571১0. ড415763 ६० 0010৩ [71701 8170010 9৮0 08101670100 15 00৩000019৩0 চ71001, 1০0 1500%7 006 0000675 908. 0210 06500100 006 वैबरप8 067. “माय गुन गाय पिता गुन ভীত | बहुत नहीं तो थोड़हि थोड़ ॥”




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