हरिभद्र के प्राकृत कथा साहित्य का आलोचनात्मक परिशीलन | Haribhadra Ke Prakrit Katha Sahitya Ka Alochanatmak Parishilan

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Haribhadra Ke Prakrit Katha Sahitya Ka Alochanatmak Parishilan by नेमिचन्द्र शास्त्री - Nemichandra Shastri

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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चं हरिभद्र युगीन अन्य प्राकृत कथाएं--लोलावईकहा ५७ लीलावदईकहा कौ विशेषताएं ५९ हरिभद्र उत्तर युगीन प्राकृत कथासाहित्य ५९--१०४ सामान्य प्रवृत्तियां ५९ इस युग की प्राकृत कथा-कृतियों का परिचय ६१ कुवलयमाला की कथावस्तु ओर आलोचना ६१ चउप्पन्न महाप्रिस चरियं ६५ सुरसुन्दरी चरिञं ६६ लीलावती कथा ६८ कथाकोश प्रकरण ९ संवेगरंगशाला ७३ नागपंचमीकहा ७.८ सिरि विजयचद केवलिचरिय ७६ गृणचन्द्र का महावीर चरिय ७९ सिरिपासनाहचरिय ८१ कहारयणकोस ८२ महावीरचरियं ८४ रयणचूड रायचरिय ८६ आस्यानमणिकोश ८७ आस्यानमणिकोश को विशेषनं ८८ सुपासनाहचरियं जिनदत्ताख्यान ८९ नरविक्रम चरित ९२ सिरिवालकहा . ९४ रयणसेहरकहा ९६ महिवालकथा ९८ पाइअकहासंगहो १०० प्राकृत कथा साहित्य की उपलब्धियां | १०२




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