मनोविज्ञान | Manovigyan

Book Image : मनोविज्ञान  - Manovigyan

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

No Information available about अज्ञात - Unknown

Add Infomation AboutUnknown

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
मनोविज्ञान एक विज्ञान ने कहेंगा--मनोविज्ञान मानव और जान्तव-व्यवहार का विज्ञान है क्योंकि - उसकी सामान्यतः स्वीकृत्त परिभाषा यही है । कितु इस परिभाषा को सुनकर मनोविज्ञान ..... से अनभिन्ञ व्यक्ति इसमें प्रयुक्त तीन महत्त्वपूर्ण दब्दों पर संभवत आइचर्य करेगा विज्ञान जान्तव एवं व्यवहार । संभव है वह एछे--क्या मनोविज्ञान वास्तव में विज्ञान है ? मन विचार अथवा भांवना न होकर व्यवहार ही क्यों ? और जांन्तव व्यवहार क्यों ? मनोविज्ञान से उसका क्या संबंध विज्ञान दाब्द से आरंभ कर हम इन तीनों शब्दों पर प्रथक-पृथक्‌ विचार करेंगे । विज्ञान व्यवस्थित ज्ञान के निकाय को कहते हैं । ऐसे ज्ञान की संवति घटनाओं के ध्यानपूण प्रक्षण एवं मुल्यांकन द्वारा प्राप्त की. जाती है - अनिवार्य॑त नहीं... तब भी कभी-कभी ऐसे प्रयोगों में जिनकी व्यवस्था वैज्ञानिक उन घटनाओं को उत्पन्न करने के लिए करता है जिनका वह अध्ययन कर रहा है। प्रेक्षित पदार्थों एवं घटनाओं को. कई प्रकार से सुव्यवस्थित किया. जाता है । मुख्यतः उनका वर्गगत विभाजन किया जाता है एवं उनका वर्णन करने वाले तथा. उनका यथासंभव पुर्वकथन करने वाले सामान्य नियम अथवा सिद्धांतों को प्रतिस्थापित किया .. जाता हैं। कला और विज्ञान का अंतर स्पष्ट करते हुए यह कहां जा सकता .. है कि कला कुछ करने का. वह कौशल अथवा कमाल है जिसे अध्ययन एवं अभ्यास से उपाजित किया जाता है । _/ इन परिभाषाओं के अनुसार मनोविज्ञान कला एवं विज्ञान दोनों है . क्योंकि _ कला का विकास व्यक्ति के अपने करने से होता है ग्रंथों अथवा कक्षाध्ययन से इसका परिज्ञान कठिन है । इसके अतिरिक्त मनोधिज्ञान की कलात्मक सं घियों के _ संधान का काय-चिकित्सा और इंजीनियरिंग के सद्दा आधारभूत विज्ञान की विषय-सामग्री पर अधिकारप्राप्ति के उपरांत ही सर्वोत्तम विकास होता है सनो- वैज्ञानिक कलाओं के जैसे रूप. हम राजनीति राजनय नीति विक्रयकला एवं अन्य क्षेत्रों में देखते हैं अभी मानवीय संबंधों की गंभीरतम समस्याओं को सुलझाने में. .. असफल एवं प्रभावहीन रहे हैं । दूसरी ओर गत तीन चौथाई शताब्दी से अधिक समय से अनुसंधानकर्त्ताओं के उत्साहपूर्ण सत्प्रयत्तों के परिणामस्वरूप अब मनोविज्ञान नामक एक विज्ञान व्यवस्थित ज्ञान का विदद्‌ निकाय विद्यमान है जो पढ़ाया जा सकता है और जो व्यवहार के सम्यक बोघ के विकास का. सर्वोत्तम. -आधार है । . इन्हीं कारणों से हमने मनोविज्ञान की अपनी परिभाषा में और इस प्रंथ में. विज्ञान . शब्द पर कुछ बल दिया है । __/अब हम व्यवहार शब्द पर आते हैं । मनोविज्ञान का विषय व्यवहार र हे किन कि मन विचार या भावना क्योंकि केवल इसी का. अवलोकन अभिलेखन एवं




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now