आचार्य श्री विजयवल्लभसूरी स्मारक ग्रंथ पुण्यविजय | Accharya Sri Vijay Vallbhsuri Samarak Granth
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
187 MB
कुल पष्ठ :
728
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
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পি)
(6 » ४ টা
৮৯
बाण
१५-१६
१७
१८-१९
२०-२७
२८-२९
आचाय विजयवल्लभसूरि स्मारक গং
तीथाधिराज शन्रुजय, पालिताणा
कुंभारियाजीना श्रीपाश्वनाथ भगवानना देशसर्गी भमतीनां चीद হল আন
देव देवीओ कोतरेल स्तंभ अने द्वार
राणकपुरना चत॒ुमुख जिनप्रासादना कछामय स्तेभोपरनी अदभुत को
विमल्वसही, आबु ; रंगमंढप भन देवकुलिकाओने एक दृश्य
हटठीसिंगना देरासरनों उपरनो भाग, अमदावाद, १९मी सदी
मालदेवी मंदिरनु भोयतलियुं अने पद्शाल्ू, ग्यारासपुर, मील्सा
दोठ हटीसिंगे बंधावेल देरासरनु कलामय प्रवेशद्वार, अमदावाद, १९मी सर्दी
लुण-बसहीना रंगमंडपमां प्रभुदशनलीन साध्वीनीओ, आबु, १ ३गी सदी
1401
ज्ञन स्तंभ, चितोडगढ, इ. स. आशरे ११००
कुभारियाजी महावीरस्वामी देरासरनी सात छतो पक्कीनी नटारंग द्शावती
चोथा नंबरनी छत
(१) श्रीपाश्वनाथनी एक प्राचीन धातुप्रतिमा, सन्मृग्बदशन
(२) श्रीपाश्चनाथनी एक प्राचीन धातुप्रतिमा, प्रष्टमाग ७०
(१) श्रीपाश्चनाथनी एक प्राचीन धाठुप्रतिमा
(२) ठोदानिपुर(पयणा पासे) थी मेह मोयक्राटीन जिनप्रतिमा ७१
प्रकाशानुं एक प्राचीन शिल्प ৩
(१) श्रीपंचासरा पाश्चनाथ मंदिरनी वनराज चात्रडानी मूर्ति
(२) श्रीपंचासरा पाश्चवनाथ मंदिरनी ठ5. आसाकनी मूर्ति ७५
वडनगरनी शिव्पसमृद्धि १३१८-३९
१ युगल-शर्मिष्ठा तछावनी पाछ पर जडे शिख
२ आममगेरमातानां मंदिस्मांतु सममातृकानुं शिल्प
२ अरजण-बारीनी उत्तरे मीत परनी शिव्पपट्टिका
४ ठाकरडावासनी नजीक पडेली नरवराहनी प्रतिमा
५ गोरीक्ुडनी दीवाल्मां जडी दीषे राजवंशीनी सवारी
£ हाय्केश्चर मदिरनी भीत परनी नतकी
७ हायकेश्वर मंदिर परनुं पांडवोनां स्थनुं शिर
८ हाटकेश्वर मदिर परना स्वाहया (१) अने गण
(१) श्रीनेमिनाथजीनो जन्म अने तेयोश्रीना जीवननी मुख्य मुख्य घटनाथोना
चित्रप्रसंगो (रंगीन चित्र) १६४
(२) श्रीक्छभदेवनो जन्म यने तेओश्रीना जीवननी मुख्य मुख्य घटनाओना
चित्रप्रसंगो (रंगीन चित्र) ' १६६
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