विश्व इतिहास की झलक खंड 1 | Vishv Itihas Ki Jhalak Khand 1

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Vishv Itihas Ki Jhalak Khand 1  by जवाहरलाल नेहरू - Jawaharlal Neharu

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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তে রর এটি ৯ ९१. ९२. ९३. ९४. . कुतुंबा (कॉरडोबा) और ग्रनेड़ा . क्रसेड' या सलीब के युद्ध . कुसेडों के समय का यूरोप . यूरोप के नगरों का अभ्युदय . अफगानों का भारत पर हमला . दिल्ली के गुलाम-वंरी बादशाह . चंरोजखां एदिया ओौर यूरोप को हिला डालता ह . मंगोलों का दुनिया पर छा जाना . महान्‌ यात्री मार्को पोलो . रोमन चचं की सरजोरी . सत्तावाद के खिलाफ लडाई २. मध्य-युग का अंत . समुद्री रास्तों की खोज मंगोल साम्नाज्यों का बिखरना . भारत एकं कठिन समस्या से जूझता है . दक्षिण भारत के राज्य . विजयनगर ७८. ७९०, ৫০, मज्जापहित और मलरूक्‍का का मलेशिया साम्राज्य यूरोप पूर्वी एरिया को हडपना शुरू करता हं चीन में शान्ति और समृद्धि का युग . जापान अपनेको बन्द कर लेता है ८२. . “रिनसां' या पुनर्जागरण ८४. . सोलहवीं ओर सत्रहवीं सदी के यूरोप में निरंकुशता ८६. ८७. ८८. ८९. ९6. यूरोप में खलबली प्रोटेस्टेण्टों का विद्रोह और किसानों का युद्ध निदरलंण्ड्स की आज़ादी की लड़ाई इंग्लेण्ड ने अपने बादशाह का सिर उड़ा दिया बाबर अकबर भारत में मुग़ल-साम्राज्य का पतन और अंत सिक्‍्ख और मराढे भारत में अपने प्रतिद्ंद्वियों पर अंग्रेजों की विजय चीन का एक महान मंचू-शासक चीनी सम्नाट्‌ का अंग्रेज़ बादशाह को पत्र ३२५ ३४८ ३५४ ३५९ ३६९३ ३६९ ३७२ ३७८ ३८३ ३८८ ३९२ ३९८ ४०५ ४१२ ४२० 4२६ ४३६ ४४२ ४४८ ४५६ ४६१




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