वीर विनोद मेवाड़ का इतिहास | Veer Vinod Mevad Ka Itihas
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
41 MB
कुल पष्ठ :
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)महाराणा अनरांस २. ] तहतः, [ पुर, भाडख वर. क7 बयान ७३१
|
कः
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১১১০
बनभ पूरी श्रीम् सजनो की इ, आर मे महाराजाजीका इंषलास सेती या &
| बात हजूरी कं न लिषी, भोर अबे अरीबेगदू साथी षत मुबारीकंबा के आप “
| पासी षीदायो छे, सो र मासतानके ताद ताकीद कीजे, जो ऊके ताह जगना? अमरु वा ।
| दपल दे; ओर या ब॒दनामी आपकू हुई हे, सो सुन्दर वकीर कीधांसू हुई ठे; चं ।
| पर षुदा न करे जे या बात हजुरीमें अरज पहुंचे, तो थाकूं पूरो ओलमो आबे, ;
| और र॒न्द्रन आपको जाहीर कियो ইজ, बादर! ¢ बंदोन कु रजा-द कीया है, |
(सोया बात झूठी कही ॐ; कोण सो कांम पातसाहजीको ने कयो, तीसु
| हम रजामंव् इवा, तीसु रजार्मदी हमारी इंम हेज, भगने सुं हाथ वेचे आर
| हमारा अमर वाकहे होय, भोर माहाराजभी ई बातकूं जाणो होज, हमारा भी
कुली मुजरा हजुरमें ई ही बातसु हे. भगनेमें अमल करां क और तुम्हारा लोग
| दृषल छोड़े नही छे, तीथेजे हमारे ताई हजुरी थी नुकसान पहुंचे, ओर महाराजी कु
पुरी बः नानां अवि, तो या बात भरी नर्ही, अर सुंदर वकीर ये जु कछु हम |
कहां हां, सोतो आपकु वा कई कद्दे नही, ओर जु कछु महाराजी कहे सो वा हमसूं |
| कहे नही. सो ई बात माहे मतलब बीचमें ही रहे हे, ओर आपस मांहे पेच होय है, |
और जे कोई काः का आदमी है, तीनसु तो मीले नहीं, और ऊपर ऊपर लागांनट |
|
লিল
मीली करी काम अबत करे हें. सो श्री महाराज ई बातके ताई खातरमें छाय करी |
कयास करोगा जी, ओर बाजी बात अली ४ सु जुबानी कही है, सो आपकु कहेगा |
जी, र घणा क्या लीखे. मी० आसोज सुदी १५ संवती १७५५ (१).
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पर्गनह पुर मांडल, ब-नोरं और मांडलगढ़, तीनों बादशाह आलमगीरने |
| फौजकं क वक्त जब्त करलिटे थे, और (ज६एके झुबज यही परमेन शुमार |
किये, जिसप॑ महाराणा जयास .ने विक्रमी १४७ [ हि० ११०9 = ईं ० १६९० 1 |
। में एक लाख रुपया जिजयेका देना कुबूल करके पर्गने वापस लिये. इक्वार मुवाफिक র
रुपया जमा न होनेके सबब कुछ ऋर्से तक तो তা अदा करन-ज रहा होगा, ও
ठेकिन् न पः चनके सवव फिर यह तीनों पर्गने बादशाहने जूब्त कर लिये थे. /
॥ इसपर भ.राणा जयासे .के राज:मार ( अमरां ।- ) ने अपने नामपर ठेकेमे करवा ८
छिव, उस वक्तके दो कागृज क्रो हमको मिले हैं, শন এ यहां |
लिखते हैं:-
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(१ ) [ हिजी १११० ता० १४ राच गनी = है* १६९८ ता* २१ अष्टो र] চি
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