कैवल्य ज्ञान प्रश्न चूड़ामणि | Kaivalya Gyan Prashna Chudamani

Book Image : कैवल्य ज्ञान प्रश्न चूड़ामणि  - Kaivalya Gyan Prashna Chudamani

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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নিরব यात्रा मुहूर्त १४८ | रोगमुक्त होनेपर स्नान करनेका मुहूर्त वार घूछ-नक्षत्र शूलका विचार १४८ | कारीगरी सीखनेका मुहूर्त चन्द्रवास विधार १४८ | पृक और खट्या, मचान आदि बनानेके मुहूर्त ঘর দত १४९ | कर्ज छेनेका মৃদু गृह निर्माण, नूतन गौर जीर्ण गृह प्रवेश मुहर्त १५० | वर्पारम्भमे हल चछाने, बीज बोने और फसल शान्ति और पौष्टिक कार्योके मुहूर्त १५१ काटनेके मुहूर्त कुमाँ खुदवाने और दुकान करनेके मुहर्त १५१ | नौकरी करने और मुकहमा दायर करनेके बडे-बडे व्यापार करनेके मुहूर्त १५२ | मुह नवीन वल्त, आभूषण बनवाने जोर घारण जूता पहननेका मुहूर्त करनेंके मुहूर्त १५२ | भौपध बनाने और मन्त्र सिद्ध करनेके मुहूर्त नमक बनानेका मुहूर्त १५३ | सर्वारम्भ मततं राजा या मन्वियोपे मिलनेका मुहूतं १५३ | मन्दिर बनानेका मुहूर्त बगीचा लगानेका मुह १५३ | प्रतिमा निर्माण और प्रतिष्ठा करनेके मुहूर्त हथियार बनाने और धारण करनेका महू्त. १५४ | होमाहुति मुहूर्त परिशिष्ट [२] जन्पपएतरी बनानेकी विधि टकार साधन करके नियम १६० | द्वितीय भाव--आधिक स्थिति ज्ञात भयात भौर भोग साधने नियम १६१ करनेकी विधि जन्मनक्षत्रका चरण तिकालनेकी विधि १६९ | घनी भौर दरिद्री योग छन्सारिणी १६३ | ततोय भाव--भाई-महनोके सम्ब्धमें विचार जनप लिलनेकी विधि १६४ | «तुर्थ भाव--पिता, ग्रह, मित्र आदिका विचार विशोत्तरी दशा निकाहनेकी विधि १६५ | ঘর্বম भाव-सन्तान, विद्या आदिका विचार अच्तर्दता साधन और सूर्यादि नवग्रहोके पष्ठ भाव--रोग आदिका विचार अन्तर्दशा चक्र १६७ | सप्तम भाव--वैवाहिक सुखका विचार जन्मपत्रीमें अन्तर्दशा लिखनेंकी विधि १६८ । अप्टम भाव--आयुका विचार जन्मपत्नीका फछ देखनेकी सक्षिप्त विधि १७० | नवम भाव--भाग्य विचार प्रहोका स्वरूप १७० | दशम भाव--पेज्ञा एवं उन्नतिका विचार प्रहोका बछावह और राशि स्वत्प १७१ | एकादश भाव--छाभाहाभ विचार द्ादश भावोके फछ १७२ | द्वादश भाव--व्यय विचार ग्रह ओर राशियोके स्वभाव एवं तत्व १७३ | विश्ोत्तरी दशाका फल शारीरिक स्थिति--कद, तप-रड्ध ज्ञान अन्तर्दशा फक फरनेके नियम १७३ | जन्मलमानुसार शुभाषुभ ग्रहवोषक चक्र परिशिष्ट [ ३] विवाहमें मेहापक-वर-कन्याकी कुण्डली गणना ग्रह मिलान १८० | भकूट विचार गृण मिलान १८० । नाडी विचार ५ १५४ १५५ १५५ १५९८ १५६ १५७ १५७ १५८ १५८ १५८ १५९ १५९ १७४ १७४ १७५ १७५ १७६ १७७ १७७ १७७ १७८ १७८ १७८ १७८ १७८ १७९ १७९ १८० १८१




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