नारद विष्णुपुराणाड्क | Naradh Vishnupurarak
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
61 MB
कुल पष्ठ :
848
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
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१४१-वट-पूजन ৬৬০ ৩৩৩ ५६९ १७६-ट्रिण्यव्शिएके সাল শ্বা * १९ ० ६४९
१४२-वे दी श्रीराम हैं; वे ही श्रीकृष्ण हैँ ** ५७७३ १७७-हिरिण्पफशिपुरी भर नानि वड, == ६४
१४ २३-रय-यात्रा চা ˆ“ ५७७ १७८-६रस्पक्निपुने गुछ्पुररों प्रद्ूपरी रद ४ १ ६+ ६ /९
१४४-प्रयाग-सल्भम-लान व ˆ““ ५८१ १७९-असुसके प्रशास्त प्रहादती रद ০০০ চল
१४५-कुरुक्षेत्र রর ** ५८६ १८० -सपम प्रहादी न्धा = - --* ६५१
१४६-गरुड़की भगवहर्शन *** / ५८६९ १८१-दायिपेनि ग्रहादय ग्धा ˆ“ ~“ ६५१
१४७-रविमणी-पूजन 4 “* ५९२ १८२-अमिसे प्रह्यती रशा *** ६५;
१४८-गौतमपर शिव-क्षपा. 7! *** ५९५ १८३६-शह्ादजी दैत्यपुत्नोरों उपदेश दे रहे » ~
१४९-जैमिनि ऋषिपर शिव-कृपा “** ५९६ १८४-बिपैंके भोजनसे प्रहदयी राय ६५५
१५०-ऋषियोंको परशुरामजीके दर्शन *** 8০৫ १८५-दिरिण्ययणिपु गुुपुजोने स्पा उगा उसीड
१५१-विश्वामित्रकी यज-रक्षा ** -** ६०२ হলো ই ইক *** ६७५
१५२-श्रीरामजी धनुप तोड़ रहे हैं *** ६०२ १८६-गुख्पुच्र परहदमो समरति ४ नि
१५३-वानरोंकी सम्पातीसे सेंट *** ४ ६०३ १८७-गुरुपुतोती उसने दी हुए इस्पा डा सर दद् रही ६०५
१५४-सीताजीकी अग्नि-परीक्षा *** * ६०४ १८८-ऊँचे भयनसे पेंकनेपर प्रहासरी र्य. ` ६-८
१५५-श्रीराम-दरबारमें लव-कुशका रामायग-गान *** ६०४. १८९-भगवानऊे लतमे गग्परानुरशी गाय नेट बाग 2 ६०८
१५६-लश्मणजी दुर्वाता मुनिको रोक रदेदं **' ६०५ १९०-प्रहादनीया खितासे नम्रा] रत নিন 22 হত
१५७-विश्रामघाटमें ल्ान करनेसे विप्णुल्लेककी प्रात्त ६०८ १९१-प्रहद्ददवों अमुर्गोन वोधिकर मन्माया 1१
१५८-गोवधन ब्राह्मणको भगवद्र्शन *** ६११ १९२-अहादकेऊपर बद्ेय़े पाए था विंग; * ६६०
१५९-बसुको श्यामसुन्दरके दर्शन *** ६१२ ৫৭ ই-সন্ারকী মলান্ী হান ৪০ চি ६
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१६०-मोहिनीका यमुनामें प्रव्नेश *** ६१४ १९४-देत्वोंके रानगिटासनार प्रह्मद হিঃ
१ ६ १-श्रीकृष्ण ৪০৩ ००० ६ (1 ६ १ 0 ५-भगवान् अनन्त ००० ००» ६ १
नये ने दतत भन्न त्न ~ ६९६
= = ९७-विचारमग्न चोभरि रनि ०१८
१६२-महर्षि पराशर और मैत्रेयजी *** ६ १९ है যি ता
३८-लरिम दरार ५२२
१६ ३-बाराह भगवान् और प्रथिवीदेवी দত তা ৪ ০8
१६४-सनकादिपर ब्रह्माजीका कोप ; त ९९९ २००-शिश्ुपालयध নং + ~त
রা তর मे ति .. ५ २०१-राजा गन्तन লেক স্তর ললা যি 2 -:
१६६-इन्हपर इर्वालाका फोप देवताओं ९२९ ২০২-লালা বীহাঙী হাক গাহি তত ওত
१६७-भगवान् विप्णुकी द्वारा ्ुति. * पेशे. २५ ३-ऊसल-न््धन ५ ष कक
१६८-लक्ष्मीजीका प्रादुभोव `ˆ * ६३४ २०४-कालिप-मर्दन क এরা
१६९--्रुवका अपमान + “ ६३६९ হস न व
१७०-माया-माताद्वारा श्ुवको शुल्मवा देनेका प्रवत ६३९ ३ ५६ _गोपिन्दामिरेक उ জি
१७१-भगवान् विप्णुसे देवताओंकी पुकार * ६४० २०७-मानयेरर छग ध এ
१७२-प्रुवकी भगवदर्शन `` ৪০ २८८-मातृ-पितृ-वन्दना श -* ०६३
१७३-छपिरयोपर वेनका कोप ` ` “ ६४३ २०९-पृयिरीदाया लण्टन सन ०* 3
१७४-पृथुके हायमे चक्र-चिह ˆ ६४४ २१०-दायादुरविजद र् -*“ +>
१७५-महाराज प्रस परथिवी देवीकी प्रार्थना ˆ ˆ ६४५ २१ १-वब्यानोरदेश
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