राम वर्षा [ भाग १, २] | Ram varsha [ Part 1, 2 ]

Ram varsha [ Part 1, 2 ] by परमहंस रामतीर्थ - Paramhans Ramtirth

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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विपम सूची, शपा नम्बर विपय वार भजन प्ट 3६ हरि नाम भजो मन | रेग दिना ६४ किक श क, श चे, क ३७ नेफ कमर कर कुछ प्यारे ! नों तेरा परलोक सुधारे ६८ 3८ करनी का दंग निराला है करनी वा ढंग निराडा है. ६९ ३९ लगा दिल इंगर से प्यरे ! अगर मुक्ति को पाना है... ६९ ४० मन परमामन को पिंमर नाम ! धद घडी परल पड ७० [२ ४ पराम्य. 9 भ्रीतम नन रीयो मन माहीं, प्रीतम जनद्पो ७२ क क, कि २ छरी देशी प्रीत न्ग झुठी दवी भीत. ७२ ३ जग में कोई नहीं भिन्द मेरीये ! हरी धिना छप ७३ , ४ यह जग स्त्रपा है रननी का, क्या कहें मेरा मेरा रे ७५ ५ जीवत को ब्योहार्‌ जगत मे, जीवत को व्योहार - ७६ ६ दिन्हां घर झूलते हाथी हनाये लाख थे साथीः ` ५६ ७ ऐधे रहना नाहिंमत खरमसीयां कर.ओ ˆ - “ ` ७७




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