कुंद कुंद वाणी | kund Kund Vani

55/10 Ratings. 1 Review(s) अपना Review जोड़ें |
kund Kund Vani by कमल कुमार जैन बाकलीबाल- Kamal Kumar Jain Bakleebal

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

No Information available about कमल कुमार जैन बाकलीबाल- Kamal Kumar Jain Bakleebal

Add Infomation AboutKamal Kumar Jain Bakleebal

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
लिन वन्दना 1. नन्द कुमार जैन, नकलपुर गीतकार एवं गायक फिल्म - हम आपके हैं कौन' की तर्ज - दीदी तेरा देवर दीवाना विसल सायर का. जय. दीवाना सहावीर सा. यैनें तुमको. साना झुकता है... चरणों... में . जमाना कशनि. पा... जीवन बना. सुहाना: छ0 06९6 चमत्कारी बाबा सुरज से. चमकते हे लाखों के प्यारे तीर्थंकर से लगते ज्ञान का... सेनें.. पाया... खज़ाना सहावीर सा. सैनें तुमको... साना विसल सायर का जय दीवाना....... 06७६ जगत संकटो को सदा आप हरते तथा शान्ति संतोष सुख पूर्ण करते हरा. आहट ये. द्सकों ही. ध्याना सहावीर सा. सैने तुसको . साना विसल सागर का जय दीवाना....... ६६९४ तेरा दर्श पाके. सभी तीर्थ पाये द्रया डबल. लेदी श्राथे ये. लगाये चरणों का गन्दोकक लयाना सहावीरा सा. सैने तुसको. साना विसल सायर का जग दीवाना....... 6 ६६७ नसन तुमको करती है. चारों विशाएं तेरे श्रक्त करते हे. पावन सथाएँ करूणा यसड़ रलनाकर को ध्याना दर्शन पा... जीवन बना. सुहाना विसल सागर का जग दीवाना....... 066 सम्पार्य दिवाकर सपलहोत्सव विशेषांक




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now