पत्र व्यावहार भाग 4 | Patra Vyavhar Bhag-4
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
2 MB
कुल पष्ठ :
232
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)बच्-ब्पदहार भ
धुव्व--कमका को हमारी तरफ से बहुत-बहुठ व्याप करना । कदी
देते में थ चर्च करने में संकोच सठ करना । मेरे अक्षर बरगर पढ़ें एवे
हुंगि। चातकारी देता ।
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र्षा १-५-११
सिद्ध भी वर्था एम स्वान श्रौयूत जाप जोय छिजौ लामरा से जानौ
का प्रणाम बचना बहुत जादर के छाज) मानय पापका भाया बोभकर
बहुत बागंद हुआ । कारय लापके हाथ के पत्र का मुझे भाग तो बहुत दिनों
है था पर डरती थी कइती नहीं थी । आपने छिखा कि पत्र दूकान के तथा
बालू के सास से बजबर देते हें सो ठीक ई।
कमला को बौदी में श्पादा रखने कौ मताही छिखी सो आपका पत्र
शाये बाद से से मोदी में ब्यादा लेटे-बेते नही हूं । बालकों में बिठा बेते है,
सो खेड़ती फिरती हैं। हाथ बौर जौज बहुत चलाती है। पांब-पांग ठो बभौ
थरा देर से हो चलेगी । कौई भी बालक बैठा हो तो उसे मारकर जगा देती
हूँ । डेढ़-दो बरस के बारूकों को 0 पास ही नही लाने देती ।
जापका पर्द-भुकाम मिट पया पर चोड अने दौर बराबर होमा
रदौ बरी गह होती ।
शापने लिशा कि कमा कौ याद लाने पर मन सही कगठा सो आंच
कर एक बार तो मत में सौच हुआ । बाकी इवर मौ जी उतझता है। बाएं
बार लाता होता नही । आपने राखी पर बुछाने को छिशा सो रालौ पर हो
आते देंगे महीं । रासी के बाद भेज देंगे । माजी तो बद्डती हैं कि शमी तो
शाईँ हुई-सी रुपती हो नही है । घादगा बची जमागस तक बी जाना । पाद्ध
पर हो मये मिला लेगा तड्डीं । अगर आपका सत लडडीं रूवता हो, तो दाकौद
कर देता । राशी के एक-दो दिन आद मेज देंगे गईं ठो ५-७ दिन बाद
आता होगा । डालू को या जौरङिसौको तकलौफ़ ते देने को लिखी सो
ठौक हूँ ।
संदा कै साथ (५ ) कपये कौ दिधी जेजी सो पहुँची । इपया मिदड़क
करने के छिप लिखा तो ठीक हूँ। पुस्ते और जिने भये तौ पुमे]
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