वैष्णव भक्ति आंदोलन का अध्ययन | Vaishnav Bhakti Aandolan Ka Adhyyan
श्रेणी : इतिहास / History
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
2 MB
कुल पष्ठ :
78
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)विषय का सीमा-निर्धारण १५
कारण केवल धर्म का ठेका उच्च वं के मल्पसंस्यको केषहाष मँ ही रहा । जब
जैन और बौद्ध घर ब्राह्मणके विरोधनं जन-साधारण के बद्वमत को तेकर चलते
ये और फिर जय बे भी के क्षेत्र में
उत्पन्न हुई । इसी युग में घामिक क्षेत्र भे मागवत धरम को जन-साधारण के लिए
उपयुक्त तथा धर्म ङे साधन-पस को सर्वसुलभ और आकर्षक बनाने के साथ ही
व्यापक क्षेत्र में सुधार लाने की मांग हैई | इसी युय की भावदयक्ताफी पृत्तिके
लिए हो देशिण (सर्यात् पेमिल-प्रदेश) केः मालवार +~ ~.
भान्दोलन-ह्पी ^ ~ #
ने गौर नायनमा * ,१,५-१।५ कां सर्वसुलभ बनाने के
पाय दही शास्यो, भाक्त को भावमूतक रूप प्रदान किया । भक्ति-भावना के
इतिहास में यह सर्वाधिक महत्वपूर्ण पटना थी ।
“भंदोलन” शब्द की यथार्थता
रफामं) का नाम हि
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विशेष उदय की उपतन्यिके सिए किया जाने वाला भयतन । इसके अन्यान्य
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