अपराध-चिकित्सा | Apradh-Chikitsa
श्रेणी : साहित्य / Literature
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
10 MB
कुल पष्ठ :
345
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)भूमिका
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भ्रीयुत् भगवानदास जी केला की लिखी हुईं सभी पुस्तके
अत्यन्त शिक्षाप्रद ओर सार-गर्भित हैं। अपनी इन रचनाओं
द्वारा केल्लाजी ने हिन्दी साहित्य और देश दोनों की सच्ची सेवा
की है; ओर, इस कारये के सम्पादन के लिए पिछले बीस बष से
कठिन तपस्या का जीवन व्यतीत किया है। आचाये महाबीर-
प्रसाद छ्विवेदी ने केला जी के इस काम फो “विशेष उपयोगी!
वतलाते हुए बिल्कुल सच लिखा था कि स्वराज्य चाहने वालों में
कितने ही शास्त्री, पंडित शोर आचाये तक वे बातें नहीं जानते,
ज्ञिन पर आपने इतनी पुस्तके लिख कर प्रकाशित कर दीं ।?
उपस्थित ग्रन्थ केल्लाजी की उच्चतम रचनाओं में से है ; उपयो-
गिता की दृष्टि स भी वर्तमांन हिन्दी साहित्य में उच्च स्थान दिये
जाने के योग्य है। विद्वान लेखक ने इस ग्रन्थ में राजनीति और
अथैशासत्र के परिमित वायुमंडल से ऊपर उठकर, समाज के ছিব
को दृष्टि में रखते हुए, वतेमान सभ्य ससार की एक अत्यन्त
कठिन और महत्व-पूर्ण समस्या पर प्रकाश डालने का प्रयत्न
किया है ।
इस पुस्तक का विषय आज कल्न के कानूनी जुमे और उन्हें
दूर करने फा उपाय, है। जो ज्ञोग विविध देशों में प्रचल्नित विविध
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